Hathras : हाथरस में नारायण साकार हरि उर्फ ‘भोले बाबा’ के सत्संग के बाद मची भगदड़ में 121 लोगों की मौत हो गई. मामले में मुख्य आरोपी देवप्रकाश मधुकर समेत अन्य 6 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है. इसी बीच सत्संग के नारायण साकार हरि उर्फ ‘भोले बाबा’ पहली बार पहली बार कैमरे के सामने आया और हादसे पर बयान दिया है. बाबा ने कहा कि वह इस घटना से बहुत ज्यादा दुखी है.
दरअसल, हादसे के बाद से बाबा फरार हो गया था. बाबा मैनपुरी स्थित अपने आश्रम में होने की खबर थी. इसी बीच वह पहली बार कैमरे पर आकर अपनी बात रखी. न्यूज एंजेसी ANI से बातचीत में बाबा ने कहा कि लोगों को प्रशासन पर विश्वास रखना चाहिए. किसी भी उपद्रवी को बख्शा नहीं जाएगा. बाबा ने कहा कि दुख की इस घड़ी में प्रभु लोगों को इससे उबरने की शक्ति दें.
सूरजपाल ने आगे कहा, ”हमने अपने वकील डॉक्टर एपी सिंह के माध्यम से कमेटी के महापुरुषों से यह प्रार्थना की है कि दिवंगत आत्माओं के परिजनों एवं ईलाजरत घायलों के साथ जीवन पर्यन्त तन, मन और धन से खड़ा रहने का आग्रह किया है. जिसको सभी ने माना भी है और सभी इस जिम्मेदारी को निभा भी रहे हैं.सभी महामन का सहारा ना छोड़ें. वर्तमान समय में वहीं माध्यम हैं. सभी को सदमति और सदबुद्धि प्राप्त होने की इच्छा रखते हैं. नारायण साकार हरि की संपूर्ण ब्राह्मंड में सदा-सदा के लिए जय-जयकार.”
2 जुलाई को हादसे में 121 लोगों की मौत
बता दें कि हाथरस के सिंकराराऊ थाना क्षेत्र के गांव फुलरई मुगलगढ़ी में 2 जुलाई को ‘भोले बाबा’ के सत्संग का आयोजन किया गया था. जहां भगदड़ में 121 लोगों की मौत हो गई थी. इस घटना में कई लोग गंभीर रूप से घायल भी हुए थे. इस हादसे को लेकर राष्ट्रपति मुर्मू और पीएम नरेंद्र मोदी ने शोक भी व्यक्त किया था. वहीं, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने इस हादसे पर दुख जताते हुए उच्चस्तरीय जांच कमेटी का गठन किया है.