दिल्ली। छत्तीसगढ़ डायसिस की नई बिशप पादरी सुषमा कुमार चुनी गई हैं। दिल्ली में सोमवार को चर्च ऑफ नार्थ इंडिया के सिनड मुख्यालय में नए बिशप का चुनाव हुआ। सिनड और छत्तीसगढ़ डायसिस के डेलिगेट ने उनका चयन किया। छत्तीसगढ़ डायसिस को पहली बार महिला बिशप और छत्तीसगढ़िया बिशप मिला है। नए बिशप ने सेवक, डीकन और पादरी के रूप में भाटापारा, तिल्दा व महासमुंद में सेवकाई दी है।
25 जून को दिल्ली में नए बिशप का पवित्र अभिषेकीकरण 16 पंडित पंत मार्ग सिनड मुख्यालय के चैपल में होगा। राजधानी में सेंट पॉल्स कैथेड्रल में 29 जून को उनकी सेवकाई का पदभार ग्रहण आराधना होगी। बिशप कुमार छत्तीसगढॉ डायसिस की उपाध्यक्ष समेत कई महत्वपूर्ण कमेटियों में भी रह चुकी हैं। वे मूलत: महासमुंद की निवासी हैं। इस मौके पर छत्तीसगढ़ डायसिस के सचिव नितिन लॉरेंस, कोषाध्यक्ष जयदीप रॉबिंसन सहित पादरीगण मौजूद थे। अब तक प्रभारी बिशप के रूप में बिशप एसके नंदा छत्तीसगढ़ डायसिस को संभाल रहे थे। बिशप चयन की प्रक्रिया करीब डेढ़ महीने प्रारंभ हो गई थी। सिनड के मॉडरेटर द मोस्ट राइट रेवरेंड बीके नायक प्रीसाइडिंग ऑफिसर थे।प्रवक्ता जॉन राजेश पॉल ने बताया कि इसके लिए एक सर्च कमेटी का भी गठन किया गया था। तीन वरिष्ठ पादरियों जिनमें पादरी सुषमा कुमार तिल्दा, पादरी प्रणय टोप्पो अंबिकापुर व पादरी शैलेष सालोमन बिलासपुर ने नामांकन फार्म भरकर दावेदारी की थी। सर्च कमेटी की जांच में तीनों के नामांकन पत्र वैध पाए गए थे। 24 मई को उम्मीदवारों की अंतिम सूची जारी इसके बाद से एक महीने का वक्त मतदान के लिए था। फिटनेस टेस्ट के लिए मेडिकल चैकअप से उम्मीदवारों को गुजरना पड़ा। सीएनआई के तय अस्पताल को इस प्रक्रिया के निर्धारित किया गया था। उम्मीदवारों को इंटरव्यू भी देना पड़ा। इसके जरिए यह अांका गया कि वे आत्मिक सेवकाई डायसिस के प्रशासनिक मार्गदर्शन के लिए कितने सक्षम हैं। इस पद के लिए इस बार केवल छत्तीसगढ़ से ही तीन पादरियों ने दावेदारी की थी। हालांकि इसके लिए देश में सीएनअाई का कोई भी पात्र वरिष्ठ पादरी उम्मीदवारी कर सकते हैं। प्रत्याशियों के लिए वोटिंग देशभर के 20 चयनित डेलिगेट ने मतदान किया।