क्वेटा। चैंपियंस ट्रॉफी से पहले पाकिस्तान में शुक्रवार को एक बड़ा बम धमाका हुआ है। स्थानीय अधिकारियों के मुताबिक, दक्षिण-पश्चिमी पाकिस्तान में हुई इस घटना में 11 लोगों की मौत हुई है और छह अन्य घायल हैं। स्थानीय अस्पताल के एक डॉक्टर ने कहा कि घायलों में दो की हालत गंभीर बनी हुई है।
बताया जा रहा है कि कोयला खनिकों को ले जा रहे एक वाहन पर घात लगाकर हमला किया गया है। बता दें कि श्रमिकों को बलूचिस्तान प्रांत के हरनाई इलाके में मौजूद एक खदान में ट्रक से लाया गया था। पाकिस्तान का यह इलाका कई साल से आतंकवादी गतिविधियों को झेल रहा है।
बताते चलें कि यह घटना ऐसे समय में हुई है, जब 19 फरवरी से चैंपियंस ट्रॉफी का आगाज होने जा रहा है। भारत ने पहले ही वहां अपनी टीम को भेजने से इंकार कर दिया था। लिहाजा, बाद में तय किया गया था कि भारत के मैच दुबई के मैदान में खेले जाएंगे।
रिमोट कंट्रोल से बनाया गया निशाना
अर्धसैनिक बल के एक अधिकारी ने बताया कि कोयला खनिकों के ट्रक को निशाना बनाने के लिए रिमोट कंट्रोल डिवाइस का इस्तेमाल किया गया है। हालांकि, अभी तक किसी भी आतंकी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। क्षेत्र के डिप्टी कमिश्नर हजरत वली आगा ने बताया कि धमाके के समय ट्रक में 17 खनिक सवार थे।
बलूचिस्तान में बढ़े आतंकी हमले
बताते चलें कि खनिज संपन्न बलूचिस्तान में पिछले कुछ सालों में आतंकी हमलों की घटनाएं काफी बढ़ी हैं। इस इलाके पर लगातार चीन और पाकिस्तान का प्रभाव बढ़ता जा रहा है, जिसका स्थानीय बलूच विरोध कर रहे हैं। उनका कहना है कि हमारे संसाधनों पर चीन और पाकिस्तान का कब्जा गैर-कानूनी है। इसके चलते बलूचिस्तान में चीन के प्रोजेक्ट और नागरिकों को निशाना बनाया जा रहा है।
CM बोले- बख्शे नहीं जाएंगे आतंकी
धमाके की घटना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। धमाके की जगह पर बैरिकेडिंग लगा दी गई है और किसी को भी उसके आस-पास नहीं जाने दिया जा रहा है। मौके से साक्ष्यों को जुटाया जा रहा है।
पुलिस ने बताया कि हमले में मृत और घायल श्रमिक शांगला के पूरन गांव के रहने वाले हैं। बलूचिस्तान सरकार के प्रवक्ता शाहिद रिंद ने बताया कि शुरुआती जांच में यह पता चला है कि विस्फोटक सड़क के किनारे रखे गए थे। उन्होंने श्रमिकों की मौत पर दुख व्यक्त किया है।
बलूचिस्तान के सीएम सरफराज बुगती ने घटना की निंदा करते हुए कहा कि घायलों को सर्वोत्तम चिकित्सा सुविधाएं देने का निर्देश दे दिया गया है। निर्दोष नागरिकों को निशाना बनाने वाले आतंकियों को माफ नहीं किया जाएगा। बलूचिस्तान की शांति को नुकसान पहुंचाने वाले तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।