लड़की पर एसिड हमले के मामले में फरार आरोपी को पुलिस की एक टीम ने कथित तौर पर गोली मार दी थी, जो उसे शनिवार को पड़ोसी राज्य तमिलनाडु से शहर वापस ले जा रही थी। पुलिस के मुताबिक आरोपी ने बचने के लिए हेड कांस्टेबल पर हमला किया था। पुलिस ने कहा कि जब आरोपी नागेश (34) को मुक्त होने की अनुमति दी, तो उसने कथित तौर पर कामाक्षीपाल्या पुलिस स्टेशन के पुलिसकर्मी महादेवैया पर हमला किया। यह घटना रात 1.30 बजे की है।
महिला पर किया था तेजाब से हमला
उसे कई बार चेतावनी देने के बाद पुलिस निरीक्षक ने गोली चला दी जो नागेश के दाहिने पैर में लगी। दोनों घायलों को अस्पताल ले जाया गया। नागेश ने 28 अप्रैल की सुबह एक गोल्ड फाइनेंस फर्म में काम करने वाली एक 25 वर्षीय महिला पर उसके कार्यालय के सामने तेजाब से हमला किया था, क्योंकि उसने उसके शादी के प्रस्ताव को ठुकरा दिया था। पीड़िता का यहां के एक अस्पताल में इलाज चल रहा है और उसकी हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है। राज्य सरकार ने उनके इलाज का खर्च उठाने का फैसला किया है।
नागेश की गिरफ्तारी का विवरण साझा करते हुए बेंगलुरु के पुलिस आयुक्त कमल पंत ने कहा कि उन्हें शुक्रवार रात तिरुवन्नामलाई में गिरफ्तार किया गया था। वह वारदात के दिन तिरुवन्नामलाई गया था, क्योंकि उसका मानना था कि अपराध के बाद यहां पछतावा किया जा सकता है। यहां नागेश भगवा कपड़े पहनकर रहने लगा। वह मोबाइल, लैपटॉप, इलेक्ट्रॉनिक कार्ड या किसी भी चीज का उपयोग नहीं कर रहा था ताकि उसकी पहचान का खुलासा न हो सके।
आयुक्त ने कहा कि उनका पता लगाने में असमर्थ पुलिस ने देश के विभिन्न हिस्सों के सभी प्रमुख मंदिरों और उन स्थानों पर उनके पोस्टर लगाने का फैसला किया, जहां वह अक्सर जाता था। इसके बाद उन्हें वहां मौजूद आरोपी से मिलते-जुलते एक व्यक्ति के बारे में सूचना मिली और मुखबिर ने उसकी तस्वीर साझा की। तिरुवन्नामलाई में मौजूद पुलिस टीम ने चतुराई से नागेश की पहचान कर उसे हिरासत में ले लिया।