रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा के शीतकालीन सत्र की गर्म शुरुआत हुई है. प्रश्नकाल के पहले ही सदन में पक्ष और विपक्ष आमने-सामने हो गए. बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि राज्य में संवैधानिक संकट के हालात हैं. मुख्यमंत्री राज्यपाल को धमकी दे रहे हैं.
सत्तापक्ष के विधायकों ने आपत्ति जताते हुए कहा कि घड़ियाली आंसू बहा रहे हैं. स्पीकर ने शून्यकाल में मुद्दा उठाने के निर्देश दिए. वहीं मोहन मरकाम ने कहा कि आज 32 दिन बीत जाने के बाद भी आरक्षण विधेयक पर राज्यपाल ने दस्तख़त नहीं किया है. स्पीकर के निर्देश के बाद प्रश्नकाल की शुरुआत हुई.