कई बार कुछ ऐसी घटनाएं हो जाती हैं, जिनपर भरोसा कर पाना मुश्किल होता है. अगर आपसे कहा जाए कि एक शख्स मरने के सात घंटे बाद जिंदा हो गया तो क्या आप आसानी से भरोसा कर पाएंगे? आप यह जरूर जानना चाहेंगे कि आखिर उस शख्स के साथ क्या हुआ था? क्या डॉक्टरों द्वारा मृत घोषित करने के बाद सही ढंग से जांच हुई थी या नहीं? चलिए हम आपको एक ऐसी घटना के बारे में बताते हैं, जिसमें एक शख्स की मौत हो जाने के 7 बाद जिंदा हो गया.
एक्सीडेंट के बाद डॉक्टरों ने शव को घोषित किया मृत
उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले में कुछ ऐसी ही एक घटना सामने आई है. टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक, तेज रफ्तार में गाड़ी चला रहे एक शख्स ने सड़क पर जा रहे श्रीकेश कुमार को जोरदार टक्कर मार दी. बीते गुरुवार की रात को डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. इसके अगले दिन अस्पताल के कर्मचारियों ने शव को फ्रीजर में रख दिया. करीब 7 घंटे के बाद एक ऐसी घटना हुई जिसके बारे में कोई अंदाजा भी नहीं लगा सकता है.
फ्रीजर में करीब 7 घंटे तक पड़ा हुआ था शव
इस मामले में पुलिस ने जानकारी दी कि फ्रीजर में शव को करीब 7 घंटे तक रखे जाने के बाद, जब परिवार से शव को हैंडओवर करने की बात चल रही थी तभी शरीर में हलचल हुई. इसके बाद डॉक्टर्स की टीम ने शव की जांच की तो पता चला कि वह शख्स जीवित है. फिर उसे दोबारा अस्पताल में भर्ती करा दिया गया. रिपोर्ट के मुताबिक, अस्पताल में शख्स में सुधार देखने को मिला है.
इमरजेंसी डॉक्टर्स ने दिया ये बयान
अब आक्रोशित परिजन डॉक्टरों के खिलाफ शिकायत दर्ज करने की बात कही है. वहीं मुरादाबाद के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ शिव सिंह ने कहा कि इमरजेंसी डॉक्टर्स ने सुबह तीन बजे मरीज को देखा था, तब उसका दिल नहीं धड़क रहा था. उसने कई बार उस व्यक्ति की जांच की थी. सभी जांचों के बाद ही उसे मृत घोषित किया गया. हालांकि, इस मामले में जाच के आदेश दे दिए गए हैं.