सरकार ने आधार कार्ड को लेकर अपने बयान को वापस ले लिया है जिसमें नागरिकों को आधार के मिस यूज से बचने के लिए किसी भी संस्थान या कंपनी के साथ आधार कार्ड डिटेल शेयर करने की चेतावनी दी गई थी। अब सरकार द्वारा एक नई प्रेस विज्ञप्ति जारी की गई है। नई प्रेस विज्ञप्ति में सरकार ने इसे वापस लेने की बात कही है। बयान वापस लेने के पीछे ‘गलत अर्थ’ की संभावना का हवाला दिया गया है। इसमें कहा गया है, “प्रेस विज्ञप्ति की गलत व्याख्या की संभावना को देखते हुए, इसे तत्काल प्रभाव से वापस लिया जाता है।”
सरकार ने कहा- विवेक का करें इस्तेमाल
केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा जारी नोटिस में कहा गया है कि आधार धारकों को केवल इसे इस्तेमाल करने और साझा करने में सामान्य विवेक का प्रयोग करने की सलाह दी जाती है। बता दें कि इससे पहले 27 मई को जारी नोटिफिकेशन में मिनिस्ट्री ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी ने कहा था कि सिर्फ UIDAI से लाइसेंस प्राप्त संगठन ही किसी व्यक्ति की पहचान के लिए आधार का उपयोग कर सकते हैं।
प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया था कि होटल या फिल्म हॉल जैसी निजी संस्थाएं आधार कार्ड की प्रतियां रखने की हकदार नहीं हैं। सरकार ने लोगों को फोटोकॉपी की जगह मास्क्ड आधार (Masked Aadhaar) का इस्तेमाल करने को कहा था, जिसमें आधार कार्ड के सिर्फ आखिरी 4 डिजिट दिखते हैं।