रायपुर। राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन ने छत्तीसगढ़ की सुप्रसिद्ध पंडवानी गायिका, पद्म विभूषण श्रीमती तीजनबाई को संगीत नाटक आकादमी फैलोशिप (अकादमी रत्न) एवं सुविख्यात लोक गायिका तथा इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय, खैरागढ़ की कुलपति पद्मश्री डॉ. मोक्षदा (ममता) चंद्राकर को संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किए जाने पर बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने कहा है कि श्रीमती तीजन बाई ने छत्तीसगढ़ की लोक गायन परंपरा पंडवानी को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति दिलाई। हमारी छत्तीसगढ़ की संस्कृति को देश और विदेश में एक नई पहचान देने में उनका अभूतपूर्व योगदान है। उन्होंने कहा कि डॉ. मोक्षदा चंद्राकर का यह सम्मान छत्तीसगढ़ की लोककला का सम्मान है।
उल्लेखनीय है कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु द्वारा गत दिवस नई दिल्ली में आयोजित समारोह में श्रीमती तीजन बाई को संगीत नाटक अकादमी फैलोशिप (अकादमी रत्न) एवं डॉ मोक्षदा चंद्रकार को संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया।