अंबिकापुर। दहेज लेना और देना कानूनन अपराध है। लेकिन समाज की हकिकत यह है कि आज भी लगभग सभी शादियों में दहेज लिया भी जा रहा है और दिया भी जा रहा है। कई बार इस दहेज के कारण बनते रिश्तें अधूरे रह जाते हैं। अंबिकापुर के नमनाकलामें एक विवाह उस समय टूट गया जब वर पक्ष ने विवाह स्थल पर दहेज की मांग रख दी। दहेज की मांग पूरी न होने पर वर सहित बरात वापस लौट गया। कन्या पक्ष ने मिन्नतें की लेकिन वर पक्ष ने नजरअंदाज कर दिया है।
सामाजिक स्तर पर रिश्ते को बनाए रखने की हर कोशिश विफल होने के बाद इस घटना के संबंध में कन्या पक्ष की ओर से कोतवाली थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। पुलिस ने दूल्हा, उसकी दीदियों सहित 7 लोगों के विरुद्ध एफआइआर पंजीकृत किया है। जानकारी के अनुसार इसी साल आठ मई को विवाह होना था।
ठीक शादी से पहले कार, सोना, रुपये की मांग
जानकारी के अनुसार बारात चिरमिरी से आई थी। विवाह की सभी प्रारंभिक रस्में आरंभ हो चुकी थीं। जयमाला भी हो चुका था और विवाह की मुख्य विधि शुरू होने वाली थी। इसी दौरान वर पक्ष के लोगों ने कन्या पक्ष के सामने दो लाख रुपये नकद, सोने की चेन, सोने की अंगूठी और एक चारपहिया वाहन की मांग रखी। परिवार द्वारा असमर्थता जताने पर वर पक्ष के लोग विवाह स्थल छोड़कर चले गए।
कन्या पक्ष की रिपोर्ट पर पुलिस ने वर सहित सात लोगों के विरुद्ध दहेज प्रतिषेध अधिनियम व अन्य संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। आरोपियों के खिलाफ दहेज प्रतिषेध अधिनियम के तहत कार्रवाई की जाएगी।