ढाका। कोलकाता के मेडिकल कॉलेज में जूनियर रेजिडेंट डॉक्टर से दुष्कर्म और हत्या के विरोध में देशभर में उबाल है। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आइएमए) ने भी शनिवार को देशभर के सभी सरकारी व निजी अस्पतालों में हड़ताल की घोषणा की है।
पिछले कुछ दिनों में देश के कई राज्यों में डॉक्टरों ने विरोध प्रदर्शन किए। इस घटना का असर बांग्लादेश में भी दिख रहा है। ढाका विश्वविद्यालय के छात्रों ने कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर के साथ हुई अत्याचार पर प्रदर्शन किए।
बांग्लादेश में महिला डॉक्टरों ने किा विरोध प्रदर्शन
ढाका ट्रिब्यून अखबार की रिपोर्ट के अनुसार, शुक्रवार को “आवाज तोलो नारी” (महिलाओं, अपनी आवाज उठाओ) के बैनर तले ढाका विश्वविद्यालय में विरोध प्रदर्शन हुआ। ढाका ट्रिब्यून ने कहा, “पश्चिम बंगाल में ट्रेनी डॉक्टर के साथ दुष्कर्म मामले के संबंध में मेडिकल कॉलेज प्रशासन के असहयोगात्मक रवैये से अवगत हैं। महिलाओं के रूप में हम इस घटना का कड़ा विरोध कर रहे हैं।”
मानवविज्ञान विभाग की छात्रा अन्या फहमीन ने कहा,”दुनिया भर में महिलाओं को दुष्कर्म का सामना करना पड़ता है, और हम कोलकाता में आरजी कर अस्पताल मामले में निष्पक्ष जवाबदेही के लिए चल रहे आंदोलन का पूरा समर्थन करते हैं।”
बांग्लादेश में छात्र प्रदर्शन के बाद बदल गई सरकार
बता दें कि कुछ दिनों पहले बांग्लादेश में छात्रों ने नौकरी में आरक्षण में अनियमिता के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। विरोध प्रदर्शन के बीच शेख हसीना को बांग्लादेश छोड़ना पड़ा। फिलहाल वहां मुहम्मद युनूस की अंतरिम सरकार चल रही है।