रायपुर। सरकारी नौकरी का सपना देख रहे रायपुर के तीन बेरोजगार युवकों के साथ 12 लाख 48 हजार रुपये की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। इस मामले में आरोपी के खिलाफ सिविल लाइन थाने में धोखाधड़ी की धारा के तहत मामला दर्ज किया गया है। फिलहाल, आरोपित फरार है, और पुलिस उसकी तलाश कर रही है।
पटवारी और राजस्व विभाग में नौकरी लगाने के नाम पर तीन लोगों से 12 लाख 48 हजार रुपये की ठगी हो गई। शिकायत पर सिविल लाइन थाने में आरोपित नूतन दास महंत पर धोखाधड़ी की धारा के तहत अपराध कायम किया गया है। अभी वह फरार है। थाने में राजेंद्र नगर निवासी तोरण साहू ने रिपोर्ट दर्ज करवाई।
कलेक्टर ऑफिस रायपुर में नौकरी का दिया झांसा
प्रार्थी के भाई कीर्ति साहू ने नूतन दास से पहचान करवाई थी। नूतन ने बताया कि कलेक्टर ऑफिस रायपुर में पटवारी का पद खाली है। एक व्यक्ति की नौकरी लगवाने के लिए चार लाख में बात की है। प्रार्थी ने अपने दोस्त अरुण कुमार और संजय कुमार कर्ष से चर्चा की। सभी राजी हो गए।
13 जून 2023 को रायपुर कलेक्टर ऑफिस में नूतन को 50 हजार रुपये ऑनलाइन ट्रांसफर किए। अगले दिन चेक के माध्यम से एक लाख रुपये दिए गए। पैसे मिलने के बाद नूतन ने कहा, 10 दिन में नौकरी का आदेश मिल जाएगा। तय तारीख पर उसने छत्तीसगढ शासन राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग की आवक जावक शाखा में प्रेषक तोरण साहू के नाम से जारी फर्जी आदेश थमा दिया।
तीनों को कूटरचित दस्तावेज दिखाकर ठगी की
इसके एवज में चार लाख रुपये ले लिए। इसी प्रकार अरुण कुमार वर्मा से भी पटवारी की नौकरी लगाने के नाम पर चार लाख और संजय कुमार कर्ष को कलेक्टर ऑफिस में कंप्यूटर ऑपरेटर एवं कार्यालय सहायक ग्रेड-3 की नौकरी लगाने के नाम पर चार लाख 28 हजार रुपये ले लिए गए। आरोपी ने तीनों को कूटरचित दस्तावेज दिखाकर ठगी की। नौकरी नहीं लगने पर जब पैसे वापस मांगे गए तो आरोपी फोन बंद कर फरार हो गया।
इसके बाद ठगी के शिकार तीनों युवकों ने सिविल लाइन थाने में नूतन के खिलाफ धोखाधड़ी की शिकायत की। पुलिस ने शिकायत पर नूतन के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है, और उसकी तलाश में जुटी है।