राजनांदगांव। छत्तीसगढ शासन की जन कल्याणकारी योजना के तहत गो धन न्याय योजना संचालित की जा रही है। जिसका मूल उद्देश्य खेतीहर किसानों तथा पशु पालकों को आय प्राप्त होना है। योजना के तहत गोबर से वर्मी कम्पोस्ट का निर्माण किया जा रहा है, जिससे फसल के उत्पादन में वृद्धि होकर जहॉ किसानों को फायदा हो रहा है, वही गोबर विक्रय से पशु मालिकों को आर्थिक लाभ मिल रहा है। साथ ही खाद बनाने से महिला स्व सहायता समूहों को भी रोजगार प्राप्त हो रहा है। राजनांदगांव नगर निगम द्वारा भी खाद का निर्माण कर स्थानीय स्तर पर विक्रय किया जा रहा है। साथ ही ऑनलाईन माध्यम से भी घर बैठे लोगों को खाद क्रय की सुविधा प्राप्त हो रही है। इसी कडी में आज नगर निगम राजनांदगांव द्वारा जैविक खाद के उपयोग एवं गुणवत्ता हेतु बनाये गये विडियों का महापौर श्रीमती हेमा सुदेश देशमुख ने निगम आयुक्त डॉ. आशुतोष चतुर्वेदी एवं महापौर परिषद के प्रभारी सदस्यों, पार्षदों की उपस्थिति में लोकार्पण किया। गो धन न्याय योजना के क्रियान्वयन के तहत नगर निगम राजनांदगांव द्वारा 4 गौठान केन्द्रों नवागांव, रेवाडीह, मोहारा एवं लखोली में गोबर खरीदी कर वर्मी खाद बनाने के साथ साथ गमला, दिया, गोबर की लकड़ी बनाई जा रही है। खाद के तहत वर्मी कम्पोस्ट, सुपर वर्मी कम्पोस्ट एवं गोल्डन वर्मी कम्पोस्ट का निर्माण किया जा रहा है जिसके उपयोग से जहॉ उत्पादन में वृद्धि हो रही है, वही जमीन की खोई हुई उर्वरा शक्ति भी वापस आ रही है। खाद विक्रय के लिये हाट बाजार में वर्मी कम्पोस्ट बिक्री केन्द्र खोला गया है और घर बैठे ऑनलाईन के माध्यम से खाद खरीदने ई-कामर्स कम्पनी एमेजान के माध्यम से भी खाद विक्रय किया जा रहा है, जिसका अच्छा प्रतिसात मिल रहा है और राजनांदगांव के अन्य राज्यों में भी खाद की सप्लाई ऑनलाईन के माध्यम से की जा रही है। इसी कडी नवी मुंबई, वाराणसी उत्तराखण्ड एवं कलकत्ता से ऑनलाईन आर्डर प्राप्त होने पर खाद का विक्रय किया गया। ऑनलाईन के माध्यम से खाद विक्रय करने वाली राजनांदगांव नगर निगम छत्तीसगढ की पहली संस्था है।