वैष्णव परिवार से पुरानी रंजीश व चुनावी हार का बदला लेने के लिये दिया घटना को अंजाम
राजनांदगांव। बीते 28 अप्रैल को सुबह लगभग 06.30 बजे से 07.00 बजे के बीच ग्राम जामसरार कला में सिचाई मोटर पंप को स्टाट करने के दौरान वहा काम करने वाले मजदूर नरेश कुमार ओटी की ब्लास्ट से मौके पर मृत्यु हो गई जिससे उसक चहेरा, सिर, हाथ क्षत विक्षत हो गया। ब्लास्ट इतना जबरदस्त था की मौके पर ढाई से तीन फिट गड्ढा बन गया व मृतक का शव करीब 26 फिट दूर जा गिरा। घटना की गंभीरता को देखते हुये पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग के निर्देश एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मुकेश ठाकुर व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राहुल देव शर्मा तथा पुलिस अनु0 अधि0 डोंगरगांव, दिलीप सिंह सिसोदिया के मार्गदर्शन पर दुर्ग एफएसएल की टीम, सायबर सेल राजनांदगांव प्रभारी निरी0 जितेन्द्र वर्मा की टीम एवं थाना प्रभारी डोंगरगांव निरीक्षक उपेन्द्र कुमार शाह के नेतृत्व मे तत्काल टीम गठित कर घटना स्थल पहुंच कर निरीक्षण करने व आरोपी की पतातलाश करने हेतु निर्देशित किया गया। प्रार्थी के रिपोर्ट पर थाना डोंगरगांव मे अज्ञात हत्यारा आरोपी के खिलाफ अप0 क्र0 104/24 धारा 302 भादवि विस्फोटक पदार्थ अधि0 की धारा- 3, 5 अपराध कायम कर विवेचना मे लिया गया है। इस दौरान प्रार्थी से उसके फार्म में काम करने वाले मजदूरों व पूर्व रंजीस रखने वाले की संबंध में जानकारी ली गई। जो जामसरार गांव का कुमान कंवर का पूर्व से वैष्णव परिवार से रंजीस होना व बिजली मिस्त्री का काम करना व पूर्व अपराधिक रिकार्ड होना पाया गया। कुमान कंवर का वैष्णव परिवार के साथ छोटी-छोटी बातों पर पूर्व से विवाद होते रहना व सन 2015 में संतोष वैष्णव के मां मनोरमा वैष्णव नगर पंचायत में खड़ी हुई थी तथा आरोपी की पत्नि जमुना बाई ग्राम जामसरार कला की पंचायत चुनाव लड़ी थी इसी चुनावी माहौल में पूर्व में वैष्णव परिवार व आरोपी के मध्य वाद विवाद हुआ था। पूर्व में आरोपी के पूर्वज के द्वारा पैतृक जमीन को वैष्णव परिवार को बेचा गया था। जिसका प्रकरण न्यायलय में विचाराधीन है। नवंबर-दिसबंर 2023 में सुनील वैष्णव उर्फ पप्पू के साथ फसल कटाई के संबंध में पूनः वादविवाद हुआ था जिससे आरोपी के मन में वैष्णव परिवार के प्रति बदला लेने और आक्रोश की भावना आ गई थी।
आरोपी पूर्व से बिजली इलेक्ट्रीश्यन का काम भली भाती जानता है व बिजली विभाग में भी अस्थाई तौर पर ठेकेदारी में बिजली मिस्त्री का काम करता है। आरोपी के द्वारा पूर्व से ही दिवाली में फोडने वाला फटाका (बम) को लाकर अपने घर की बाड़ी में छोटा बम तैयार कर सेल बैट्ररी के माध्यम से फोडा था। जिसमें सफल रहा धीरे-धीरे दीवाली के समय से अत्याधिक मात्रा में बम पटाखा का बारूद ईकठ्ठा कर कचरे के डिब्बे से एक प्लास्टिक का डिब्बा में बारूद भर कर वायर कनेक्शन कर बम तैयार कर अपने घर में छुपा कर पूर्व से रखा था। बम फोड़ने के लिये कनेक्शन के लिये बिजली दुकान से वायर पूर्व से खरीद कर रखा हुआ था। आरोपी जानता था की पानी मोटर को रोज सुबह सुनील वैष्णव आकर चालू करता है। केवल समय का इंतजार कर गड्डा खोद कर कनेक्शन करना शेष था। दिनांक 28.04.2024 की रात्रि करीब डेढ़ बजे बेटी को डाक्टर को दिखाकर व शादी से बेटी को लेकर पत्नि के साथ वापस ग्राम जामसरार आया तो देखा की संतोष वैष्णाव का फार्म हाउस का लाईट बंद था। जिससे उसने अंधेरे में फार्म हाउस के अंदर जाकर जुगाड़ बम फिट करने का इससे अच्छा मौका नही मिलेगा एैसा तत्काल योजना बनाया। रात्रि करीब 2ः30 बजे संतोष वैष्णव के फार्म हाउस जाकर देखा की सिढी के निचे बोर पंप का स्टार्टर लगा हुआ था। सिढी के निचे ही सब्बल रखा हुआ था। जिससे करीबर डेढ़ से दो फिट गढ्ढा खोदकर स्वंय के बनाया हुआ जुगाड़ बम प्लास्टिक डिब्बे को गढ्ढे के अंदर गाड़ कर मिट्टी और झिल्ली व बोरियों से ढक दिया। कनेक्शन बाहर निकाल कर मोटर पैनल से कनेक्ट कर दिया और घर में जाकर सो गया। दिनांक 28.04.2024 को सुबह करीब 6ः30 से 7ः00 के बीच जब बाड़ी काम करने वाला मजदूर नरेश कुमार ओटी ग्राम मनेरी का रहने वाला जो मोटर स्टार्ट करने गया तो ब्लास्ट से नरेश की मौके पर मृत्यु हो गई।
आरोपी कुमान कवंर पूर्व में घटना दिनांक को ग्राम में व घटना स्थल में अपनी उपस्थिति न होने के कारण पुलिस को गुमराह करता रहा परन्तु घटना स्थल निरीक्षण पर एफएसएल टीम व पुलिस टीम द्वारा मौके पर मोटर पंप पैनल कनेक्शन में उपयोग लाये गये अतिरक्ति कॉले रंग के एक एमएम के वायर जो विस्फोट में उपयोग किया गया था जिससे पुलिस को अहम सुराग मिला और उक्त वायर तलाशी पर कुमान कुमार कवंर के घर से बरामद किया गया। जो सख्ति से पुछताछ करने पर कुमान कंवर द्वारा घटना करना स्विकार किया व पुरानी रंजीश के चलते सुनील वैष्णव को मारने के लिये जुगाड़ बम फिट करन स्वीकार किया। आरोपी को गिरफ्तार कर माननीय न्यायलय पेश जा रहा है।
उक्त हत्या के मामले को सुलझाने मे थाना प्रभारी निरी0उपेन्द्र कुमार , सायबर सेल प्रभारी निरी0 जितेन्द्र वर्मा , उपनिरी0 लाभाराम ध्रुव , सउनि ईश्वर प्रसाद यादव , सउनि देवकुमार रावटे , प्र0आर0 भुपेन्द्र कौंचे , आर0 योगेश साहू , गौरव शेण्डे , सगनु निषाद , आशाराम ध्रुव , राजेन्द्र नाविक , राकेश कुमार साहू , सायबर सेल से सउनि सुमन कर्ष , आर0 मनोज खुटे , अमित सोनी , योगेश राठौर , हरीश ठाकुर , मनीष , आदित्य , का विशेष योगदान रहा है