नई दिल्ली। सरकार ने आज स्पष्ट किया कि कोयला खदानों की 90 प्रतिशत क्षमता का इस्तेमाल किया जा रहा है और एक -दो वर्षों में देश में कोयला उत्पादन दो अरब टन तक पहुंच जायेगा। केन्द्रीय कोयला मंत्री प्रह्लाद जोशी ने सोमवार को राज्यसभा में पूरक प्रश्नों के जवाब में कहा कि सदन में जिस रिपोर्ट के हवाले से कहा जा रहा है कि देश में कोयला खदानों की पूरी क्षमता का इस्तेमाल नहीं किया जा रहा वह विदेशी संस्था की रिपोर्ट है और उसकी विश्वसनीयता नहीं है। उन्होंने कहा कि अभी कोयला खदानों की 90 प्रतिशत क्षमता का इस्तेमाल किया जा रहा है और वर्ष 2024-25 तक देश में कोयले का उत्पादन दो अरब टन तक पहुंच जायेगा।
कांग्रेस की रंजीत रंजन ने एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा था कि कोयला खदानों की पूरी क्षमता का इस्तेमाल नहीं किया जा रहा और देश में 13 करोड़ टन कोयले का आयात किया गया है। जोशी ने कहा कि कांग्रेस की समस्या यह है कि वह देश की एजेन्सियों और यहां तक कि सेना पर भी विश्वास नहीं करती। इसका कांग्रेस के सदस्यों ने कड़ा विरोध किया जिससे सत्ता पक्ष और विपक्ष के सदस्यों में तीखी नोक झोक हुई। काेयला मंत्री ने कहा कि कांग्रेस के समय सरकार ने खदानों की क्षमता बढाने की दिशा में कदम नहीं उठाये। उन्होंने कहा कि वर्ष 2014 में कोयला उत्पादन 56 करोड़ टन था जो अब बढकर 90 करोड़ टन पहुंच गया है।