कवर्धा। जिले का एक बड़ा क्षेत्र वनांचल व पहाड़ों से ढंका हुआ है। ऐसे में ठंड के दिनों में यह क्षेत्र आकर्षक लगता है। वहीं इन दिनों ठंड का असर आम लोगों के साथ ही साथ भगवान पर भी पड़ रहा है। अब तक ठंड के दिनों में ज्यादातर लोग साल, स्वेटर पहने नजर आते थे। वहीं पालतू जानवरों को भी ठंड से बचाने के लिए गर्म कपड़ों से ढंकते थे। लेकिन इस साल का ठंड भगवान को भी परेशान किए हुए है। यही कारण है कि शहर के कचहरी पारा स्थित श्री राम जानकी लक्षमण मंदिर में स्थापित भगवान श्री राम, लक्षमण व माता सीता को साल ओढ़ाया गया है साथ ही बाल गोपाल श्री कृष्ण जी को आकर्षक स्वेटर पहनाया गया है।
इसके पीछे मान्यता है कि जिले में भगवान की देखभाल का जिम्मा पुजारी को रहता है पुजारी पर भगवान की सेवा करने की जिम्मेदारी है। मंदिरों में भगवान को बाल रूप माना जाता है। ऐसे में उनके खाने, पीने, नहाने से लेकर सभी काम भी जरूरी रहता है। अब ठंड बढ़ चुकी है, जब ठंड सभी को लगता है तो भगवान को भी ठंड लगना लाजमी है। यही कारण है कि मंदिर में शाम 7 बजे से लेकर सुबह महाभिषेक तक भगवानों को साल ओढ़ाया जाता है वही विगत 4 दिनों से ठंड बढ़ी हुई है जिसके कारण साल दिनभर ओढ़ाया हुआ है। जैसे ही ठंड कम होगा साल निकाल लिया जाएगा।