Online Loan Fraud: आज के डिजिटल युग में लोन लेना पहले से कहीं आसान हो गया है. चाहे घर खरीदने के लिए होम लोन लेना हो, गाड़ी के लिए ऑटो लोन या फिर किसी आपात स्थिति में पर्सनल लोन, हर बैंक और फाइनेंस कंपनी अब ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के जरिए मिनटों में लोन अप्रूव कर देती है. लेकिन इसी सुविधा के साथ साइबर फ्रॉड का खतरा भी तेजी से बढ़ा है.
अब ठग नए-नए तरीके से लोगों को लोन देने के नाम पर फंसाने लगे हैं. वे नकली वेबसाइट, मोबाइल ऐप और कॉल सेंटर का इस्तेमाल करके भोले-भाले ग्राहकों को जाल में फंसा लेते हैं. इसलिए लोन लेते समय थोड़ी सी लापरवाही आपको बड़ा नुकसान पहुंचा सकती है.
Online Loan Fraud
RBI मान्यता प्राप्त संस्थान से ही लें लोन (Online Loan Fraud)
लोन के लिए आवेदन करने से पहले यह जांचना बेहद जरूरी है कि जिस बैंक या ऐप से आप लोन ले रहे हैं, वह भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा मान्यता प्राप्त है या नहीं. कई नकली ऐप्स और वेबसाइट खुद को वैध बताकर ग्राहकों से पैसे ऐंठ लेते हैं.
RBI ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि केवल उन्हीं बैंकों, NBFCs और फाइनेंस कंपनियों से लोन लें, जो उसकी अधिकृत सूची में शामिल हैं.
लोन से जुड़ी जानकारी के लिए हमेशा उस संस्थान की ऑफिशियल वेबसाइट, कस्टमर केयर नंबर या ब्रांच ऑफिस से ही संपर्क करें. अपरिचित लिंक या ऐप डाउनलोड करने से बचें.
प्रोसेसिंग फीस के नाम पर पहले पैसे न दें
फ्रॉड करने वाले ज्यादातर लोग “लोन अप्रूवल” या “प्रोसेसिंग फीस” के नाम पर पहले ही पैसे मांग लेते हैं. याद रखें, किसी भी असली बैंक या NBFC में प्रोसेसिंग फीस केवल लोन अप्रूवल के बाद ही ली जाती है.
अगर कोई एजेंट या ऐप आपसे पहले ही फीस मांगता है, तो यह स्पष्ट संकेत है कि सामने वाला धोखाधड़ी करने वाला गिरोह हो सकता है. हमेशा ऑफिशियल चैनल के जरिए ही फीस जमा करें और उसके लिए बैंक से डिजिटल रसीद या ट्रांजैक्शन आईडी अवश्य लें.
निजी जानकारी साझा न करें, खासकर OTP या बैंक डिटेल्स (Online Loan Fraud)
लोन देने के नाम पर कई ठग ग्राहक से फोन या ईमेल के ज़रिए निजी जानकारी मांगते हैं. वे आपके बैंक अकाउंट, ATM PIN, क्रेडिट कार्ड नंबर या OTP जैसी संवेदनशील जानकारी हासिल कर लेते हैं और फिर खाते से पैसा गायब कर देते हैं.
किसी भी अनजान व्यक्ति से बात करते समय अपनी निजी या वित्तीय जानकारी साझा न करें. अगर कोई व्यक्ति RBI, बैंक या फाइनेंस कंपनी का अधिकारी बनकर कॉल करे, तो पहले उसकी पहचान की पुष्टि करें.
फर्जी लोन ऐप्स से रहें सावधान
हाल के महीनों में Google Play Store और अन्य प्लेटफॉर्म पर सैकड़ों फर्जी लोन ऐप सामने आए हैं. ये ऐप्स शुरुआत में आकर्षक ब्याज दरों का लालच देते हैं, फिर ग्राहक के मोबाइल डेटा, फोटो और कांटेक्ट लिस्ट तक पहुंच जाते हैं. बाद में ये ऐप्स धमकी, ब्लैकमेल और जबरन वसूली का हथियार बना लेते हैं.
RBI ने ऐसे ऐप्स की पहचान कर कई को हटाने के निर्देश दिए हैं, लेकिन नए ऐप रोज़ सामने आ जाते हैं. इसलिए किसी भी ऐप को डाउनलोड करने से पहले उसकी यूजर रेटिंग, डाउनलोड संख्या और रिव्यू जरूर पढ़ें.
सही दस्तावेज और शर्तें पढ़े बिना कभी लोन न लें (Online Loan Fraud)
कई लोग जल्दबाजी में बिना शर्तें पढ़े लोन के दस्तावेज़ पर साइन कर देते हैं. यहीं से फ्रॉड की शुरुआत होती है. हर लोन में ब्याज दर, प्रोसेसिंग चार्ज, लेट फीस और क्लोजर फीस जैसी कई शर्तें होती हैं. इन्हें ध्यान से पढ़ें और समझें कि लोन पर कुल ब्याज कितना देना पड़ेगा. अगर कोई एजेंट दस्तावेज छिपाने या जल्दी साइन करने का दबाव डाले, तो तुरंत लोन प्रक्रिया रोक दें.
फ्रॉड की आशंका हो तो तुरंत रिपोर्ट करें
अगर आपको किसी कॉल, ऐप या वेबसाइट पर संदेह हो रहा है, तो तुरंत cybercrime.gov.in पर शिकायत दर्ज करें या नजदीकी पुलिस थाने के साइबर सेल से संपर्क करें.
RBI और सरकार लगातार लोगों को जागरूक कर रही है, लेकिन असली सुरक्षा आपके सावधान व्यवहार में है.
सुरक्षित लोन लेने के 5 आसान नियम (Online Loan Fraud)
- केवल RBI-मान्यता प्राप्त संस्थान से ही लोन लें.
- पहले पैसे मांगने वाले किसी एजेंट पर भरोसा न करें.
- अपनी निजी जानकारी किसी से साझा न करें.
- ऐप डाउनलोड करने से पहले उसकी वैधता जांचें.
- दस्तावेज और शर्तें ध्यान से पढ़ें.
डिजिटल इंडिया के दौर में लोन लेना आसान जरूर हुआ है, लेकिन इसके साथ साइबर फ्रॉड का खतरा भी बढ़ गया है. सिर्फ एक गलत क्लिक आपकी पूरी जमा पूंजी को खतरे में डाल सकता है. इसलिए लोन लेते समय “सुविधा” से ज्यादा “सावधानी” को प्राथमिकता दें.

