CG बोर्ड की द्वितीय परीक्षा को लेकर छात्रों में उत्‍साह कम, 50 हजार स्टूडेंट्स ने नहीं किया आवेदन

इस परीक्षा में दसवीं-बाहरवीं बोर्ड परीक्षा देने वाले सभी छात्रों को शामिल करने का नियम है। मार्च में हुई पहली बोर्ड परीक्षा में प्रदेश में लगभग छह लाख छात्रों ने परीक्षा में हिस्सा लिया था। द्वितीय अवसर परीक्षा में फेल, पूरक के अलावा वे छात्र जो पास हो चुके हैं, उन्होंने भी श्रेणी सुधार के लिए आवेदन किया है।

पूरक परीक्षा की जगह यह परीक्षा आयोजित की जा रही है। 23 जुलाई से परीक्षा शुरू होगी। गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ बोर्ड के तहत अब हर साल दो बार बोर्ड परीक्षा होगी। फरवरी-मार्च प्रथम और जून-जुलाई में द्वितीय मुख्य परीक्षा होगी।

दो लाख तक आवेदन का था अनुमान

पहली बार हो रही दूसरी बोर्ड परीक्षा में बड़ी संख्या में आवेदन आने की उम्मीद थी। बोर्ड के अधिकारियों ने कहा कि हमने दो लाख आवेदन आने की उम्मीद लगाए थे, इसी के अनुसार हमने अपनी तैयारी भी की थी। सवा लाख से ज्यादा पूरक और फेल छात्र-छात्राएं है।

श्रेणी सुधार करने वाले छात्रों को भी परीक्षा में शामिल होने का मौका दिया जा रहा है। छात्रों में परीक्षा को लेकर जागरूकता की कमी है, इस वजह से आवेदन कम मिले हैं। पहली परीक्षा में लगभग छह लाख परीक्षार्थी थे। 10वीं-12वीं की दोनों परीक्षाओं में 75 प्रतिशत से अधिक छात्र पास हुए थे।

नहीं होंगी सप्लीमेंट्री परीक्षा

सीजी बोर्ड के तहत दसवीं-बारहवीं में अब सप्लीमेंट्री परीक्षा नहीं होगी। अब से हर साल द्वितीय मुख्य परीक्षा आयोजित की जाएगी। इसके लिए आवेदन की प्रक्रिया पिछले दिनों शुरू हुई थी। विलंब शुल्क के साथ आवेदन की तारीख 2 जुलाई को समाप्त हो गई है। अब इसके लिए आवेदन नहीं किए जा सकेंगे।

बारहवीं की परीक्षा 23 और दसवीं की 24 जुलाई से

10वीं-12वीं सीजी बोर्ड की परीक्षा 23 जुलाई से शुरू होगी। इसके लिए आवेदन की प्रक्रिया समाप्त हो गई है। बारहवीं की परीक्षा 23 जुलाई से 12 अगस्त तक होगी, जबकि दसवीं की परीक्षा 24 जुलाई से आठ अगस्त तक आयोजित की जाएगी। गौरतलब है कि माशिमं अब हर वर्ष दो बार बोर्ड परीक्षा लेगा, पहली परीक्षा फरवरी-मार्च और दूसरी परीक्षा जून-जुुलाई में होगी।

द्वितीय परीक्षा में नहीं बदले अंक तो पहली मार्क-शीट ही मान्य

द्वितीय बोर्ड परीक्षा में शामिल छात्रों के नंबर नहीं बदलने की स्थिति में पहली वाली मार्कशीट ही मान्य होगी। बहुत सारे छात्र-छात्राएं उत्तीर्ण होने के बाद भी अपने नंबर बढ़ाने के लिए अवसर परीक्षा में बैठ रहे हैं। यदि छात्रों के नंबर नहीं बढ़े तो मार्कशीट भी नहीं बदलेगी। छात्र-छात्राएं जिन विषयों की परीक्षा देना चाहे दे सकते हैं। इसमें विषयों की संख्या निर्धारित नहीं की गई है।

परीक्षा में देरी होने से उठ रहे सवाल

देरी से हो रही परीक्षा को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं। कालेजों में 31 जुलाई तक प्रवेश होंगे, वही बारहवीं की परीक्षा ही 12 अगस्त तक होगी। इसके बाद लगभग 20 से 25 दिन परिणाम आने में लगेंगे। ऐसे में इन छात्रों को स्नातक में प्रवेश नहीं मिलेगा। पास होने के बाद भी छात्रों का एक वर्ष बर्बाद होगा।

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