धान उपार्जन केन्द्र में जाम की स्थिति नहीं होनी चाहिए – कलेक्टर

 

राजनांदगांव। कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा ने कहा कि जिले में अब तक 55 हजार किसानों से लगभग 20 लाख क्विंटल धान खरीदी की जा चुकी है। जिले के 25 प्रतिशत किसानों ने धान का विक्रय कर दिया है और धान उपार्जन केन्द्रों में अच्छी व्यवस्था रही है। आगामी 10 दिनों में लगभग 25 प्रतिशत किसान अपने धान का विक्रय करेंगे। उन्होंने कहा कि धान खरीदी के साथ ही धान का उठाव भी महत्वपूर्ण है। उन्होंने धान का उठाव तेजी से करने के निर्देश दिए। उन्होंने यह भी कहा कि ऐसी सोसायटी जहां जाम की स्थिति बन सकती है उस पर नजर रखें तथा मॉनिटरिंग करते रहें। किसी भी धान उपार्जन केन्द्र में जाम की स्थिति तथा अव्यवस्था नहीं होना चाहिए। किसानों को सुविधा मिलनी चाहिए। इस दौरान कोचिया और बिचौलिए सक्रिय रहते हैं। इसे ध्यान में रखते हुए यह सुनिश्चित करें कि सही व्यक्ति के धान की खरीदी हो। उनहोंने कहा कि धान खरीदी कार्य में किसी तरह की लापरवाही नहीं चलेगी। धान उपार्जन केन्द्रों में जिन जोनल अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई हैं वे धान खरीदी के साथ ही टीकाकरण, आंगनबाड़ी केन्द्र एवं स्कूलों का अभियान चलाकर निरीक्षण करें। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण के नये वैरिएंट ओमिक्रॉन से खतरे को देखते हुए सभी सावधानी बरतें आवश्यक तथा कोरोना प्रोटोकाल का पालन करें। इसमें किसी तरह की लापरवाही घातक सिद्ध हो सकती है। जिले में सेकेण्ड डोज के लिए 15 एवं 16 दिसम्बर को विशेष टीकाकरण महाअभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जिले में सेकेण्ड डोज के कव्हरेज को शत प्रतिशत करना है। उक्त बातें कलेक्टर श्री सिन्हा ने साप्ताहिक समय-सीमा की बैठक में कही।
कलेक्टर श्री सिन्हा ने कहा कि सभी अधिकारी सोमवार को कार्यालय में रहेंगे तथा आमजनता की समस्याओं को सुनेंगे ताकि उन्हें राहत मिल सके। निर्धारित दिन में कार्यालय में उपस्थित रहेंगे ताकि जनसामान्य अपने छोटे-छोटे कार्यों के लिए न भटके। उन्होंने कहा कि विधानसभा सत्र को ध्यान में रखते हुए सभी अधिकारी मुख्यालय में रहेंगे। कृषि विभाग के अधिकारियों से कहा कि फसल बीमा योजना का व्यापक प्रचार-प्रसार करें, ताकि किसान लाभान्वित हो सकें। जल जीवन मिशन की बैठक में यह निर्णय लिया गय है कि रबी के मौसम में धान लगाने वाले किसानों को सिंचाई के लिए पानी नहीं दिया जाएगा। उन्होंने कृषि, उद्यानिकी, पशुपालन, मत्स्य पालन एवं संबंधित विभागों से कहा कि किसानों को फसल परिवर्तन के लिए प्रोत्साहित करें। खरीफ में भी धान के बदले दूसरी फसल लेने के लिए किसानों को प्रेरित करें। मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लीनिक योजना शासन की महती योजना है। इसके लिए हाट बाजार में ईलाज के लिए गाडिय़ां जाना चाहिए। विशेषकर दूरस्थ अंचल मानपुर, मोहला, गंडई, छुईखदान के ग्रामीण क्षेत्रों में वाहन एवं टीम जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि लोक निर्माण विभाग, ग्रामीण यांत्रिकी सेवा, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना एवं निर्माण एजेंसी अपने कार्यों की गति बढ़ाएं तथा युद्ध स्तर पर कार्य करें। इसमें किसी तरह की कोताही नहीं चलेगी। उन्होंने कहा कि गुणवत्तापूर्ण होना चाहिए। कलेक्टर श्री सिन्हा ने ऊर्जा संरक्षण दिवस के अवसर पर बैठक में उपस्थित सभी अधिकारियों को ऊर्जा संरक्षण की शपथ दिलाई।
जिला पंचायत सीईओ लोकेश चंद्राकर ने कहा कि सभी जनपद सीईओ वर्मी कम्पोस्ट एवं सुपर कम्पोस्ट के निर्माण में गति लाए। उन्होंने कहा कि जिन ग्रामों में बोरवेल नहीं है वहां पानी की व्यवस्था करें। उन्होंने जिन गौठानों में विद्युत उपलब्ध नहीं है वहां बिजली की व्यवस्था करने के लिए सीएसईबी के कार्यपालन अभियंता से कहा। इस अवसर पर अपर कलेक्टर सीएल मारकण्डेय, नगर निगम आयुक्त आशुतोष चतुर्वेदी, एसडीएम राजनांदगांव अरूण कुमार वर्मा सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे। वीडियो क्रान्फेंसिंग के माध्यम से सभी एसडीएम एवं विकासखंड स्तरीय अधिकारी जुड़े रहे।

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