सेंसेक्स के 30 शेयरों में से 17 में तेजी और 13 में गिरावट देखने को मिली। निफ्टी का टॉप लूजर एचडीएफसी बैंक रहा, जिसके शेयर में 4.50% की गिरावट आई। वहीं, ओएनजीसी टॉप गेनर रहा। बाजार को नीचे लाने में एचडीएफसी बैंक का सबसे ज्यादा 517.16 अंकों का योगदान रहा।
एचडीएफसी बैंक, टाइटन, महिंद्रा एंड महिंद्रा और टाटा स्टील के शेयरों में बिकवाली ने सेंसेक्स को नीचे खींच लिया। बाजार को नीचे लाने में एचडीएफसी बैंक का सबसे ज्यादा 517.16 अंकों का योगदान रहा। वहीं, रिलायंस, एसबीआई और लार्सन एंड टूब्रो ने बाजार को ऊपर खींचा।
आज एशियाई बाजार में मिलाजुला असर देखने को मिला। जापान के निक्केई में 0.0031% की गिरावट आई। दक्षिण कोरिया के कोस्पी में 1.32% और ताइवान वेटेड में 0.14% की तेजी आई। वहीं, हांगकांग के हैंग सेंग इंडेक्स में 1.27% की गिरावट आई।
एनएसई पर उपलब्ध अनंतिम आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने गुरुवार (4 जुलाई) को ₹ 2,575.85 करोड़ के शेयर खरीदे। वहीं, घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने इस दौरान ₹ 2,375.18 करोड़ के शेयर बेचे।
अमेरिका के स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर कल यानी 4 जुलाई को अमेरिकी बाजार बंद थे। इससे पहले बुधवार को डाउ जोंस 23.85 (0.06%) अंकों की बढ़त के साथ 39,308 पर बंद हुआ था। नैस्डैक 159.54 (0.88%) अंकों की बढ़त के साथ 18,188 पर बंद हुआ था।
7 महीने में 70 हजार से 80 हजार पर पहुंचा सेंसेक्स
3 जुलाई को सेंसेक्स पहली बार 80 हजार के पार पहुंचा था। सेंसेक्स को 70 हजार से 80 हजार पर पहुंचने में 7 महीने लगे थे। 11 दिसंबर 2023 को सेंसेक्स 70 हजार पर था, जो 3 जुलाई को 80 हजार पर पहुंच गया।
वहीं, सेंसेक्स को 60 हजार से 70 हजार पर पहुंचने में 2 साल से ज्यादा का समय लगा। इस साल अब तक सेंसेक्स में 10% और पिछले 1 साल में 22% की तेजी देखने को मिली है।