Firing over eating Golgappas in Kanpur: यूपी (UP News) के कानपुर (Kanpur) में गोलगप्पे खाने को लेकर हुई मामूली विवाद ने हिंसक रुप ले लिया। इस दौरान पक्षों में ताबड़तोड़ फायरिंग और बमबाजी हुई। इस दौरान जमकर पत्थर बाजी भी हुई। ताबड़तोड़ फायरिंग और बमबाजी का वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हुआ है, जिसमे छत से एक शख्स विवाद के दौरान लाइसेंसी बंदूक से ताबड़तोड़ फायर कर रहा है तो वहीं नीचे से कुछ लोग बंदूकधारी पर पत्थरबाजी कर रहे है। इस हिंसक और खूनी संघर्ष में 12 से अधिक लोग घायल हुए हैं। पूरा मामला कानपुर देहात के रनिया थाना क्षेत्र का है।
दरअसल मामले की शुरुआत बुधवार शाम से शुरू होती है। इलाके के राजेंद्र चौराहे पर गोलगप्पे खाने के लिए फतेहपुर रोशनाई गांव के नीलम के बेटे अर्पित व लकी गए थे। वहां आर्यनगर प्रथम के दीपू, सुनील समेत अन्य लोग भी थे। इसी दौरान अर्पित व लकी पर आर्यनगर प्रथम के दीपू, सुनील समेत अन्य लोगों ने गोलगप्पे और पानी पीने को लेकर मारपीट कर दी। इसके बाद नीलम ने इन लोगों पर थाने में मामला दर्ज करा दिया था।
Never a dull day in UP.
After the famous Baghpat "war" over "chaat", two groups in UP's Kanpur clashed following altercation while having "golgappas". One group resorted to massive stone-pelting while a person from the rival group could be seen firing from the terrace. pic.twitter.com/7py4a6RtS2
— Piyush Rai (@Benarasiyaa) May 24, 2024
पुलिस थाने में शिकायत से नाराज गुरुवार शाम करीब छह बजे फतेहपुर रोशनाई गांव के लोग कई वाहनों से आर्यनगर प्रथम पहुंचे। गांव के लोगों की दुकानों में तोड़फोड़ शुरू कर दी। लोग आवाज सुनकर बाहर आए तो सुतली बम चलाना शुरू कर दिया, इससे वहां भगदड़ मच गई। तमंचे से फायर भी किया गया। बवाल देख आर्यनगर के लोगों ने मोर्चा लिया और दोनों पक्षों में लाठी डंडे के साथ ही पथराव शुरू हो गया। सड़क पर भगदड़ मच गई। फतेहपुर गांव के लोग वहां से भाग निकले।
आर्यनगर के लोग इस पर विवाद करने लगे और उनकी परचून की दुकान में तोड़फोड़ शुरू कर दी व आगजनी का प्रयास किया। वह परिवार समेत अंदर भागे तो दरवाजा तोड़ने के साथ पथराव शुरू कर दिया। बचाव में उनके बेटे रविकांत गुप्ता ने छत पर चढ़कर बंदूक से दो राउंड फायर कर दिया। कई को गोली के छर्रे लगे और लोग भागने लगे।
गोलियों के चलने से क्षेत्र में भगदड़ मच गई और गोली जाकर एक युवक के पैर में लग गई। साथ ही कई लोगों के शरीर में अन्य चली गोलियों के छर्रे भी लगे। इसके साथ ही नीचे से ऊपर और ऊपर से जमीन पर खूब पत्थर भी चले, जिनसे दोनों ही पक्ष के साथ राहगीर भी गंभीर रूप से घायल हो गए।
पुलिस ने परिवार की महिलाओं व बच्चों को सुरक्षित निकाला
वारदात की सूचना पर सीओ तनु उपाध्याय सर्किल का फोर्स लेकर पहुंचीं और बंदूक को कब्जे में लेने के बाद उनके परिवार की महिलाओं व बच्चों को सुरक्षित निकाला। इस दौरान पुलिस का एक वाहन रोकने का प्रयास किया गया। घटना में 13 लोग घायल हुए, जिनको सीएचसी में भर्ती कराया गया।