राजनांदगाँव। हिन्दू युवा मंच जिला इकाई राजनांदगाँव ने आगामी नवरात्र के अवसर पर संस्कारधानी नगरी में होने वाले गरबा पंडालो के सभी आयोजनकर्ताओं से गरबा के किसी भी आयोजन में देवी देवताओं के प्रतीकात्मक स्वरूप वाली थीम का प्रदर्शन न करने, छोटे और अंग प्रदर्शन करने वालों को पंडाल के भीतर प्रवेश न देने और फूहड़ बॉलीवुड गीतों को न बजाने की अपील की है। यदि इसके बाद भी ऐसे मामले पाये जाते हैं तो आयोजनकर्ताओं पर इसकी जवाबदेही तय करने की हिदायत दी है।
नवरात्र का पर्व नजदीक है, ऐसे में संस्कारधानी नगरी में गरबा उत्सव की चारो ओर धूम रहेगी। गरबा पंडाल की समितियों ने युद्ध स्तर पर इसकी तैयारी भी शुरू कर दी है। शहर के कई स्थानों में गरबा क्लासेस के माध्यम से उत्साही युवा गरबा का प्रशिक्षण भी प्राप्त कर रहें हैं। गरबा के लिए विशेष परिधान भी बाजार में बिकने शुरू हो गये हैं। लेकिन इन सब में जो विशेष बात रहेगी, वो गरबा उत्सव से जुड़े तमाम गतिविधियों पर हिन्दू युवा मंच की इस बार पैनी नज़र रहेगी। मंच ने सख्त लहजों में हिदायत दी है कि, ऐसे पावन और धार्मिक आस्था से जुड़े आयोजन में फूहड़ता और अश्लीलता किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जायेगी।
उक्ताशय की जानकारी देते हुए हिन्दू युवा मंच के जिलाध्यक्ष किशोर माहेश्वरी, शहर अध्यक्ष सुरेश लोहमार और शहर संयोजक राजा ताम्रकार ने संयुक्त रूप से एक विज्ञप्ति जारी कर, संस्कारधानी के अनुरूप गरबा उत्सव को पारम्परिक और मर्यादित तरीके से मनाने की गरबा पंडालो की समितियों और आम नागरिकों से अपील की है। हिन्दू युवा मंच ने नवरात्र के पावन अवसर की मर्यादा और परंपरा को बनाये रखने की भी अपील करते हुए कहा है कि, गरबा के आयोजन में फूहड़ बॉलीवुड गीतों को शामिल न कर केवल भक्तिगीतों से समां बांधा जाये। इसके अलावा तीर्थ स्थलों और देवी देवताओं के प्रतीकात्मक स्वरूप और उनका स्वांग रचने थीम रखने की हमें लगातार शिकायत मिल रही है, आयोजन समितियों को समय रहते इसे बदल लेने और असुविधा से बचने इसकी सूचना प्रतिभागियों को देने की भी हिदायत दी है। हमारी इस अपील के बाद भी अगर देवी देवताओं का अनादर करने वाले और धार्मिकता का उपहास उडाने वाले कोई भी आयोजन होने की सूचना हमें प्राप्त होती है तो आयोजन को तत्काल प्रभाव से उसी समय बंद करा दिया जायेगा, जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी आयोजन समितियों की होंगी। वहीं छोटे और अंग प्रदर्शन करने वाले वस्त्रों को न पहनकर, पारम्परिक और मर्यादित वस्त्रो को पहनने की सभी बहनों से अपील की है।