इंदौर। तुकोगंज पुलिस ने ई-कॉमर्स वेबसाइट के डिलीवरी ब्याय को चोरी और हेराफेरी के मामले में गिरफ्तार किया है। आरोपित पार्सल से महंगे उपकरण चोरी कर उसमें नमक, साबुन, पावडर और पत्थर रखकर रिटर्न कर देते थे।
पुलिस ने आरोपितों से छह लाख रुपये से ज्यादा का सामान जब्त कर लिया है। टीआई जितेंद्र यादव के मुताबिक इंस्टाकार्ड सर्विसेस प्रालि. की ओर से महेंद्रसिंह सिसोदिया ने रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। कंपनी ई-कामर्स कंपनी फ्लिपकार्ट के इलेक्ट्रानिक सामान की डिलीवरी करती है।
पुलिस ने दो आरोपियों को किया गिरफ्तार
आरोपित प्रशांत यादव निवासी बिरोरा टीकमगढ़ और आदर्श निवासी धसान जामुनिया को गिरफ्तार किया है। शुरुआत में प्रशांत ने दूसरे व्यक्ति के नाम से टैबलेट, स्मार्ट वॉच बुक की और डिलीवरी के लिए हब से पार्सल ले गया।
अपराध शाखा की चार टीमें दबिश देने में जुटी हैं। पुलिस आयुक्त संतोष कुमार सिंह के मुताबिक पुलिस अंतिम कड़ी तक पहुंचेगी। धोखाधड़ी में लिप्त प्रत्येक व्यक्ति को गिरफ्तार किया जाएगा।
शेयर कारोबार के नाम पर किरायेदार ने 12 लाख रुपये ठगे
राऊ पुलिस ने सतीश धाकड़ निवासी श्रीकृष्णा पैराडाइज की शिकायत पर किरायेदार राहुल गोविंद योगी के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है। आरोपित ने शेयर कारोबार में निवेश का झांसा देकर सतीश से रुपये लिए थे।
पुलिस के मुताबिक मूलत: चमेली की बाड़ी खरगोन निवासी राहुल योगी फरियादी के घर में किराये से रहता था। उसने शेयर व्यवसाय में निवेश और ज्यादा मुनाफा का झांसा देकर 14 लाख रुपये ले लिए। पीड़ित को सिर्फ दो लाख रुपये ही लौटाए।
डिब्बे में नमक, पावडर रखकर पार्सल रिटर्न किया
उसने सामान निकालकर पत्थर और नमक, पावडर रखकर पार्सल रिटर्न कर दिया। शक होने पर पार्सल को स्कैन किया तो गड़बड़ी पकड़ ली। प्रशांत ने नौकरी छोड़ दी। कुछ दिनों बाद उसने दोस्त आदर्श वर्मा को भेजा और उसने भी इसी तरह सात टैबलेट, घड़ी, स्मार्ट वॉच आदी मंगवा ली। आदर्श भी पार्सल डिलेवर करने का बोलकर सामान ले गया।
1.60 करोड़ ठगी के आरोपितों की तलाश में दबिश
महिला कारोबारी को डिजिटल अरेस्ट कर एक करोड़ 60 लाख रुपये की ठगी करने वाले साइबर अपराधियों की तलाश में क्राइम ब्रांच की टीम छह शहरों में दबिश दे रही है। पुलिस ने गिरोह के खाते और नंबरों की जानकारी जुटा ली है।
बिचौली मर्दाना निवासी 59 वर्षीय शेयर कारोबारी वंदना गुप्ता की शिकायत पर केस दर्ज किया गया है। आरोपितों ने वंदना को मनी लांड्रिंग में लिप्त होने की धमकी देकर आरबीआइ, सीबीआइ, पुलिस अफसर बनकर एक करोड़ 60 लाख रुपये ठगे थे। पुलिस ने जांच कर कोलकाता, सूरत, मुंबई, सतना, हरदा, नर्मदानगर (होशंगाबाद) के खातों की जानकारी निकाली है।