मौसम संबंधी सटीक जानकारी के लिए मेघदूत और आकाशीय बिजली से जनहानि और पशुहानि से बचाव के लिए दामिनी एप की मदद ली जा सकती है। मेघदूत एप से तापमान, वर्षा की स्थिति, हवा की गति एवं दिशा आदि की जानकारी मिलेगी
रायपुर। पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के ”मेघदूत” व ”दामिनी” मोबाइल एप्लीकेशन से किसानों को मौसम व आकाशीय बिजली की सटीक जानकारी मिल पाएगी। केंद्र सरकार के पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय ने इन दोनों एप को लांच कर दिया है। इसे गूगल प्ले स्टोर के माध्यम से किसी भी एंड्राइड मोबाइल पर डाउनलोड किया जा सकता है।
राज्य सरकार के राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग ने सभी कलेक्टरों को राजस्व विभाग और अन्य विभागों के मैदानी अमले के माध्यम से इन दोनों ही एप का प्रचार-प्रसार करने के साथ ही गांवों में मुनादी करने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि किसान अपने मोबाइल में इस मोबाइल एप्लीकेशन को डाउनलोड कर सके। प्री-मानसून की दस्तक के साथ ही अलग-अलग राज्यों में खेती-किसानी का काम-काज शुरू हो गया है।
30 किमी. पहले आकाशीय बिजली की मिलेगी जानकारी
मौसम संबंधी सटीक जानकारी के लिए मेघदूत और आकाशीय बिजली से जनहानि और पशुहानि से बचाव के लिए दामिनी एप की मदद ली जा सकती है। मेघदूत एप से तापमान, वर्षा की स्थिति, हवा की गति एवं दिशा आदि की जानकारी मिलेगी, जिससे किसान अपने क्षेत्र की मौसम से संबंधित पूर्वानुमान की जानकारी प्राप्त कर सकेंगे।वहीं दामिनी एप के माध्यम से 20 से 31 किलोमीटर के दायरे में आकाशीय बिजली का पूर्वानुमान मिल जाएगा। इससे पशुहानि और जनहानि को रोकने में मदद मिलेगी।
ऐसे बनती है आकाशीय बिजली
जब ठंडी हवा संघनित होकर बादल बनती है। तब इन बादलों के अंदर गर्म हवा की गति और नीचे ठंडी हवा के होने से बादलों में धनावेश (पाजीटिव चार्ज) ऊपर की ओर एवं ऋणावेश (निगेटिव चार्ज) नीचे की ओर होता है। बादलों में इन विपरीत आवेशों की आपसी क्रिया से विद्युत आवेश उत्पन्न होता है। इस प्रकार आकाशीय बिजली उत्पन्न होती है।
फिर धरती पर पहुंचने पर आकाशीय बिजली बेहतर चालक को तलाशती हैं, जिससे वह गुजर सके। इसके लिए धातु और पेड़ उपयुक्त होते हैं। बिजली अक्सर इन्हीं माध्यमों से पृथ्वी में जाने का रास्ता चुनती है। इसलिए बरसात के दिनों में लोग बिजली के खंभों, पेड़ों और धातुओं से दूर रहना चाहिए तथा बिजली के उपकरणों का प्रयोग सावधानीपूर्वक करें। जितना हो सके आकाशीय बिजली की स्थिति में मोबाइल का उपयोग नहीं किया जाए।