लंदन, रोम, वेनिस और बर्लिन के अलावा यूरोप के कई ऐसे शहर है जो बेहद खूबसूरत हैं लेकिन इन शहरों से इतर यूरोप में एक ऐसा देश भी है जो खूबसूरती में कहीं आगे हैं। इस देश को अगर अजूबा कहा जाए तो शायद यह कम नहीं होगा क्योंकि इस देश में सिर्फ 40 मिनट के लिए रात होती है। इस देश के बारे में यह तथ्य जानकार काफी लोग हैरत में पड़ जाते हैं कि ऐसा कैसे हो सकता है लेकिन यह सच है।
दरअसल, इस देश का नाम नॉर्वे है। नॉर्वे जहां एक तरफ दुनिया के सबसे अमीर देशों में शुमार है तो वहीं तह दुनिया के सबसे खूबसूरत देशों में भी शामिल है। यहां की प्राकृतिक सुंदरता ऐसी है कि यहां घूमने के लिए दुनिया के हर कोने से लोग आते हैं। नार्वे के बर्फ से ढके पहाड़ और हरे-भरे ढलान पूरे साल पर्यटकों को आकर्षित करते हैं। यहां ऐसे-ऐसे अद्भुत नजारे देखने को मिलते हैं, जो शायद ही कहीं दिखेंगे।
नॉर्वे में जब बर्फबारी होती है तो यहां के शहरों का नजारा और भी खूबसूरत हो जाता है। नॉर्वे की राजधानी ओस्लो में बने छोटे-छोटे घर बेहत आकर्षक होते हैं। आर्कटिक सर्कल में बसे होने के कारण नॉर्वे में सूर्यास्त बस 40 मिनट के लिए होता है। नार्वे का रोरोस शहर सबसे ठंडा इलाका माना जाता है. यहां का तापमान माइनस 50 डिग्री तक गिर जाता है।
नॉर्वे को लैंड ऑफ द मिडनाइट सन भी कहा जाता है क्योंकि यहां रात 12 बजकर 43 मिनट पर सूरज छिपता है और महज 40 मिनट बाद दोबारा उग आता है। एक तथ्य यह भी है कि यहां मई से जुलाई के बीच करीब 76 दिनों तक यहां सूरज अस्त नहीं होता। उत्तरी नॉर्वे में तो सर्दियों के मौसम में सूरज कभी नहीं उगता है।
नार्वे के उतर में स्थित लॉन्ग इयरबेन में सालभर भीषण ठंड पड़ती है जिसकी वजह से यहां पर शव सड़ नहीं पाता है। इसकी वजह से यहां पर प्रशासन ने इसानों के मरने पर बैन लगाया हुआ है। सबसे हैरानी वाली बात यह है कि इस शहर में 70 सालों से किसी की मौत भी नहीं हुई है। नार्वे के कई इलाके बर्फ से ढके हुए हैं। यहां की खूबसूरती पर्यटकों को मंत्रमुग्ध कर देती है।
नॉर्वे के हैमरफेस्ट शहर को यूनिस्को में विश्व धरोहर स्थल में शामिल किया गया है। इस शहर में भी 12:40 पर सूर्यास्त के बाद सिर्फ 40 मिनट की रात होती है और 40 मिनट के बाद फिर सूर्योदय हो जाता है। नार्वे के स्वालबार्ड में तो 10 अप्रैल से 23 अगस्त तक सूरज लगातार चमकता रहता है।