ये है मध्य प्रदेश का सबसे खूबसूरत Hill Station, देशभर से आते हैं TOURIST

पचमढ़ी में टूरिस्ट पुरानी गुफाओं से रूबरू हो सकते हैं. यहां से 1.5 किलोमीटर दूर जटाशंकर गुफा है जहां भगवान शिव का प्राकृतिक शिवलिंग है. सैलानी इस शिवलिंग के दर्शन कर सकते हैं.

Pachmarhi Hill Station Madhya Pradesh: पचमढ़ी मध्य प्रदेश का खूबसूरत हिल स्टेशन है. इसे ‘सतपुड़ा की रानी’ भी कहा जाता है. देशभर से टूरिस्ट पचमढ़ी घूमने के लिए आते हैं. यहां की प्राकृतिक सुंदरता और प्रकृति के अद्भुत नजारे सैलानियों को मंत्रमुग्ध कर देते हैं. यह हिल स्टेशन होशंगाबाद जिले में है. पर्यटक पचमढ़ी में स्मारक, झरने, गुफा और जंगल देख सकते हैं एवं जिप्सी राइड, हॉर्स राइड और कैंपिंग कर सकते हैं. यह हिल स्टेशन 1067 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है.

पचमढ़ी में टूरिस्ट पुरानी गुफाओं से रूबरू हो सकते हैं. यहां से 1.5 किलोमीटर दूर जटाशंकर गुफा है जहां भगवान शिव का प्राकृतिक शिवलिंग है. सैलानी इस शिवलिंग के दर्शन कर सकते हैं. यही मंदिर के करीब ही हनुमान जी की एक मूर्ति भी बनी हुई है. पचमढ़ी में टूरिस्ट सिल्वर फॉल देख सकते हैं. यह बेहद सुंदर झरना है जो 350 फुट की ऊंचाई से गिरता है. पचमढ़ी में सैलानियों के घूमने के लिए कई सारी जगहें हैं. टूरिस्ट यहां बी वॉटरफॉल,जटा शंकर गुफाएं, अप्सरा विहार, पांडव गुफा, धूपगढ़,महादेव हिल्स, डचस झरना, सतपुड़ा राष्ट्रीय उद्यान और चौरागढ़ मंदिर जा सकते हैं.

यहां आप पांडव गुफा देख सकते हैं. पौराणिक कथाओं के अनुसार पांडव वनवास के समय यहां आये थे. जिस कारण इस गुफा को पांडव गुफा कहा जाता है. गुफाओं में युधिष्ठिर, अर्जुन, नकुल, सहदेव, भीम के अलग अलग कक्ष है, भीम का कक्ष बहुत गहरा कक्ष था और दौपदी का कक्ष बड़ा और हवादार था.

मध्य प्रदेश का एकमात्र हिल स्टेशन होने के कारण पचमढ़ी घूमने के लिए काफी सैलानी आते हैं. यहां पाण्डवों के पचमढ़ी में आवास करने और गुफाओं में प्राचीन शैलचित्र बने होने के कारण ये गुफाएं पौराणिक और पुरातात्विक महत्व रखती हैं. सैलानियों में इन गुफाओं को देखने की ललक रहती है. सैलानी यहां सालभर किसी भी वक्त जा सकते हैं, क्योंकि यहां का मौसम पूरे सालभर अच्छा रहता है. पचमढ़ी हिल स्टेशन से राजा भोज एयरपोर्ट भोपाल 159 किमी और जबलपुर एयरपोर्ट 215 किमी की दूरी पर स्थित है. पिपरिया से इस हिल स्टेशन की दूरी 54 किमी है. पिपरिया से आप टैक्सी के जरिए पचमढ़ी पहुंच सकते हैं.

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