इस बार भी दशहरा की छटा बिखरेगी शहर में

म्यूनिसिपल स्कूल, स्टेट स्कूल व कमला कॉलेज मैदान के विजया दशमी उत्सव को लेकर लोगों में खास उत्साह
राजनांदगांव। संस्कारधानी के दशहरा उत्सव को लेकर लोगों में जिज्ञासा बनी हुई है कि इस बार कहां पर क्या खास होने वाला है। शहर के स्टेट स्कूल मैदान, म्यूनिसिपल स्कूल मैदान और कमला कॉलेज मैदान का दशहरा उत्सव प्रतिवर्ष विशेष आकर्षण का केंद्र रहा है। जनमानस में इन्ही तीनों स्थानों के विजया दशमी उत्सव को लेकर ज्यादा जिज्ञासा बनी हुई है। पता चला है कि शहर में 15 अक्टूबर को कोरोना प्रोटोकाल का पालन करते हुए इन प्रमुख स्थानों का दशहरा उत्सव मनाया जायेगा।

म्यूनिसिपल स्कूल मैदान
छत्तीसगढ़ जन महोत्सव समिति के अध्यक्ष सौरभ कोठारी ने बताया कि विजया दशमी का यह 14वां साल रहेगा। समिति ने बीते सालों में आतिशबाजी तथा बॉलीवुड के दिग्गज कलाकारों के गीत-संगीत व भजन कार्यक्रम के साथ दशहरा मनाया है। इस बार प्रभु श्रीराम के सरस भजनों की प्रस्तुतियां प्रशांत कुशवाहा की टीम देगी। रावण का पुतला प्रतिवर्ष की तरह 55-60 फीट न होकर 15-20 फीट का होगा। डॉ. रमन सिंह हर साल के जैसे इस साल भी मुख्य अतिथि होंगे। फिर तो इस साल दशहरे के रोज ही उनका जन्मदिन है अतः दशहरा मैदान में ही उन्हें बधाइयां दी जायेंगी। श्री कोठारी ने बताया कि शासन-प्रशासन के कोरोना गाइड लाइन का पालन करते हुए दशहरा उत्सव मनाया जायेगा जिसमें 120 मेंबर वाली इस समिति के सदस्यों सहित 200 से 300 लोग ही उपस्थित रहेंगे। श्री कोठारी ने बताया कि कल ही इस उत्सव को लेकर समिति की बैठक हुई जिसमें सुमीत भाटिया, शरद सिन्हा, आकाश चोपड़ा, महेश सोनी, गिन्नी चावला, मनीष गोलछा, राकेश पारख, टीकम सोनी, संजय सांखला, अरविंद जैन, आशीष डोंगरे आदि उपस्थित थे।

कमला कॉलेज मैदान
कमला कॉलेज मैदान का विजया दशमी उत्सव बीते कई सालों से खास आकर्षणा का केंद्र रहा है। आतिशबाजी व रामलीला के साथ विशालकाय रावण का वध होता रहा था जिसे देखने वालों की भारी भीड़ जुटती थी लेकिन डेढ़-दो साल से कोविड कोरोना के प्रकोप को ध्यान में रखते हुए समिति अब सांकेतिक रूप से दशहरा उत्सव मना रही है। रूबी गरचा ने बताया कि 10 फुट का रावण वध होगा। सांस्कृतिक कार्यक्रम, आतिशबाजी आदि नहीं होंगे। समिति के सदस्य पदाधिकारी गण ही उपस्थित रहेंगे।

स्टेट स्कूल मैदान
स्टेट स्कूल मैदान में अखिल भारतीय कवि सम्मेलन व आकर्षण आतिशबाजी के साथ विशालकाय रावध का वध करने वाली राष्ट्रीय उत्सव समिति के संस्थापक पूर्व महापौर स्व. विजय पांडे को लोग आज भी सम्मान के साथ याद करते हैं। डेढ़ दो साल से कोरोना के संक्रमण के मद्देनजर इस समिति द्वारा भी शासन के कोरोना गाइड लाइन का पालन करते हुए सादगी पूर्वक सांकेतिक रूप से दशहरा उत्सव मनाया जाना है। आयोजक राष्ट्रीय उत्सव समिति के प्रमुख तथागत पांडे साथ ही विनोद पांडे ने बताया कि बड़े स्तर पर विजया दशमी उत्सव मनाने की अनुमति नहीं मिली है। अतः 10 फुट का रावध वध होगा। आतिशबाजी व सांस्कृतिक कार्यक्रम भी नहीं होंगे। समिति के सदस्य, पदाधिकारी व परिवार के लोग उपस्थित रहेंगे। बाद में प्रशासन से अनुमति मिलती है तो अ.भा. कवि सम्मेलन अवश्य करायेंगे। बडे़-बड़े कवियों से बात चल रही है।

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