अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और नवनिर्वाचित राज्यसभा सांसद राजीव शुक्ला को हरियाणा चुनाव के लिए ऑब्जर्वर बनाया है। वहीं छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव व पवन कुमार बंसल को राजस्थान की जिम्मेदारी दी गई है। महाराष्ट्र का पर्यवेक्षक मल्लिकार्जुन खड़के को बनाया गया है। कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल द्वारा कुल 5 पर्यवेक्षकों को सूची जारी की गई है। राज्यसभा चुनाव में किसी तरह की क्रॉस वोटिंग न हो, इसलिए छत्तीसगढ़ के दोनों दिग्गज नेताओं को हरियाणा और राजस्थान की कमान सौंपी गई हैं।
बता दें कि राज्यसभा चुनावों के लिए वोटिंग 10 जून को होनी है। हरियाणा कांग्रेस के 28 विधायक, राज्यसभा उम्मीदवार और हरियाणा कांग्रेस पार्टी के पदाधिकारी रायपुर के मेफेयर होटल एवं रिसार्ट में रुके हैं। दरअसल, 90 सदस्य संख्या वाली हरियाणा विधानसभा में राज्य सभा की 2 सीटों के लिए चुनाव हो रहे हैं। कांग्रेस ने यहां से अजय माकन को टिकट दिया है। वहीं भाजपा ने कृष्णलाल पंवार को प्रत्याशी बनाया है। पूर्व मंत्री विनोद शर्मा के बेटे कार्तिकेय शर्मा ने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर नामांकन दाखिल कर दिया है। हरियाणा में राज्यसभा सीट जीतने कांग्रेस के पास 31 विधायक हैं, लेकिन कार्तिकेय शर्मा की एंट्री ने पेंच फंसा दिया है। 2 जून को केंद्रीय नेतृत्व ने सभी विधायकों को दिल्ली बुलाया था। उसके बाद सभी को रायपुर रवाना किया गया है।
हरियाणा में 2016 के चुनाव में हुआ था पेनकांड
दरअसल, हरियाणा में 2016 के राज्यसभा चुनाव के दौरान पेन कांड हुआ था। चुनाव में भाजपा समर्थित सुभाष चंद्रा और इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) और कांग्रेस ने संयुक्त रूप से आरके आनंद को टिकट दिया था। चुनाव में कांग्रेस-इनेलो की जीत तय थी, लेकिन निर्दलीय सुभाष चंद्रा विजयी हो गए। चुनाव हुआ तो कांग्रेस के 16 विधायकों के वोट निरस्त हो गए। इसका कारण यह था कि मतदान के लिए जो खास पेन दिया गया था, उसकी स्याही बदल गई थी। यह राजनीति के इतिहास का वह दांव था, जिसने हरियाणा कांग्रेस के रणनीतिकारों को चारों खाने चित्त कर दिया था। हरियाणा कांग्रेस के नाराज चल रहे कुछ विधायकों की वजह से क्रास वोटिंग का खतरा बढ़ गया है, जिसे देखते कांग्रेस विधायकों की बाड़ेबंदी की गई है।
हरियाणा के विधायकों की हो रही मेहमाननवाजी
रायपुर के होटल में विधायक सियासी चर्चाओं में व्यस्त हैं। कांग्रेस के बाड़े में कौन-कौन आ रहा है और कौन नहीं, कौन किसके संपर्क में है और क्यों नहीं आया? यही सवाल ब्रेकफास्ट से लेकर लंच तक चल रहा है। कभी लॉन में तो कभी डायनिंग हॉल में विधायकों का समय बीत रहा है। कुछ फिल्म देख समय काट रहे हैं। एक विधायक तो बकायदा रामायण भी पढ़ रहे हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक डिनर में विधायकों से पूछा जा रहा है कि वे क्या खाना पसंद करेंगे? विधायकों की यहां खूब मेहमाननवाजी हो रही है। सीएम भूपेश बघेल ने बताया था कि सभी विधायक प्रशिक्षण में लगे हैं। चुनावी रणनीति बना रहे हैं। बैठक कर रहे हैं।