रहानपुर। मध्य प्रदेश के बोदरली रेंज के चाकबारा गांव से सटे मगरडोह के जंगल में शुक्रवार सुबह दर्दनाक हादसा हुआ। गोंद निकालने गए 22 वर्षीय युवक पर बाघ ने हमला कर दिया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
इस घटना ने पूरे क्षेत्र को दहला दिया है। मृतक की पहचान गुणेश पुत्र सुरपाल भिलाला के रूप में हुई है। युवक की मौत के बाद गांव में मातम पसरा हुआ है। वन विभाग की कार्रवाई पर सवाल उठने लगे हैं।
गले पर पंजे के गहरे घाव से मौत
शुक्रवार सुबह लगभग छह बजे गणेश जंगल में गोंद निकालने गया था। इस दौरान अचानक बाघ ने उस पर हमला कर दिया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार कुछ देर तक युवक ने बचने की कोशिश की, लेकिन बाघ के पंजे से गले पर गहरा घाव लगने से उसकी मौत हो गई। शव के पास बाघ काफी देर तक बैठा रहा। ग्रामीणों ने शोर मचाया, तब जाकर वह जंगल की ओर भागा।
तीन साथियों ने बताई पूरी घटना
गणेश के साथ गए तीन अन्य युवक अलग-अलग स्थानों पर गोंद निकाल रहे थे। वे गांव लौटे तो गणेश नहीं मिला। काफी देर इंतजार करने व फोन नहीं उठाने पर उसे खोजने वापस जंगल पहुंचे। उन्हें उसका शव मिला। उसके पास में बाघ भी मौजूद था। युवकों का दावा है कि उन्होंने खुद बाघ को देखा, लेकिन वन विभाग अब तक हमले की पुष्टि नहीं कर पाया है।
शादी के एक माह बाद टूटा दुखों का पहाड़
ग्रामीणों ने बताया कि मृतक गणेश का एक माह पहले ही विवाह हुआ था। अचानक हुई इस घटना से पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल है। मृतक सात भाई-बहन हैं। परिवार खेती व मजदूरी कर जीवन यापन करता है। ग्रामीणों का कहना है कि इस क्षेत्र में इससे पहले बाघ की कोई उपस्थिति नहीं देखी गई थी।
प्रशासन और वन विभाग मौके पर
घटना की सूचना मिलने पर वन विभाग के एसडीओ अजय सागर, रेंजर व खकनार थाना प्रभारी अभिषेक जाधव मौके पर पहुंचे। कागजी प्रक्रिया के बाद शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा है। फिलहाल मामले की जांच जारी है, लेकिन घटना के बाद से पूरे चाकबारा क्षेत्र में दहशत का माहौल बना हुआ है।