Health Benefits of Insulin Plant: डायबिटीज एक गंभीर बीमारी है, जिसे कंट्रोल करने के लिए लोग दवाओं के साथ तमाम तरीके अपनाते हैं. कई लोग जड़ी-बूटियों का सेवन कर ब्लड शुगर कंट्रोल करने की कोशिश करते हैं. आपको जानकर हैरानी होगी कि डायबिटीज कंट्रोल करने में एक पौधा बेहद असरदार साबित हो सकता है. इसका नाम इंसुलिन प्लांट (Insulin Plant) है. जैसा कि नाम से ही लग रहा है कि यह पौधा डायबिटीज का दुश्मन साबित हो सकता है. इसकी पत्तियों में कई ऐसे गुण छिपे हैं, जिनके जरिए ब्लड शुगर को तेजी से कंट्रोल कर सकते हैं. यह बात कई रिसर्च में सामने आ चुकी है
नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इन्फॉर्मेशन (NCBI) की रिपोर्ट के अनुसार कॉस्टस इग्निस (Costus igneus) को भारत में इंसुलिन प्लांट के नाम से जाना जाता है. इसकी पत्तियां खाने से ब्लड ग्लूकोज लेवल को कम करने में मदद मिल सकती है. यह बातें चूहों पर की गई एक स्टडी में सामने आई थीं. इसकी पत्तियों में ऐसे तत्व होते हैं, जिन्हें चबाने से शरीर का ब्लड शुगर लेवल कम होने लगता है. इस पौधे के 2-4 पत्ते चबाने से शरीर का मेटाबॉलिज्म बेहतर हो सकता है. माना जाता है कि इस पौधे के पत्तों में पाए जाने वाले रसायन बॉडी में शुगर को ग्लाइकोजेन में बदल देते हैं, जिससे डायबिटीज कंट्रोल हो सकती है.
आयुर्वेद के कई जानकारों का मानना है कि इंसुलिन प्लांट को मधुमेह के रोगियों के लिए बेहद फायदेमंद माना जाता है और इसकी पत्तियां चबाने से शरीर में इंसुलिन का प्रोडक्शन बढ़ सकता है. इससे शरीर के ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है. दरअसल इंसुलिन एक हॉर्मोन होता है, जो हमारे शरीर में ब्लड शुगर को मैनेज करने के लिए जरूरी होता है. जब किसी व्यक्ति के शरीर में इंसुलिन रजिस्टेंस पैदा हो जाता है या इंसुलिन बनना बंद हो जाता है, तब डायबिटीज की बीमारी हो जाती है.
हालांकि इस बारे में डॉक्टर्स का मानना है कि इंसुलिन प्लांट भले ही कुछ हद तक ब्लड शुगर को कंट्रोल कर सकता है, लेकिन जिन लोगों को इंसुलिन की डोज लेने की सलाह दी जाती है, उन्हें अपनी दवा व इंसुलिन का इंजेक्शन समय पर लेना चाहिए. इंसुलिन के पौधे को दवा या इंजेक्शन की तरह मानने से ब्लड शुगर लेवल बढ़ सकता है और कंडीशन गंभीर हो सकती है. डॉक्टर्स की मानें तो लोग दवा के साथ इस पौधे के पत्ते खा सकते हैं, लेकिन इससे पहले संबंधित एक्सपर्ट की सलाह लेनी चाहिए. डायबिटीज एक गंभीर बीमारी है और इसे लेकर लापरवाही करना खतरनाक हो सकता है.