सुप्रीम कोर्ट पहुंचा तिरुपति लड्डू विवाद, मामले में दखल देने की मांग

Tirupati Laddu Controversy in Supreme Court: विश्व प्रसिद्ध तिरुपति बालाजी मंदिर (Tirupati Balaji Temple) के लड्डू प्रसादम में बीफ और सूअर की चर्बी और मछली के तेल मिलाने का मामला सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) की दर पर पहुंच गया है। कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के समक्ष एक पत्र याचिका भेजी गई। अधिवक्ता सत्यम सिंह ने मुख्य न्यायाधीश को लेटर पिटीशन भेजा है। पत्र में तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम ट्रस्ट (TTD) से जुड़े मामले में तत्काल हस्तक्षेप की मांग की गई है।

बता दें कि तिरुपति लड्डू मामले को लेकर कई नेताओं ने सीबीआई जांच की भी मांग की है। वहीं हिंदू सेवा समिति ने सुप्रीम कोर्ट से इस मामले की जांच के लिए SIT गठन करने की मांग की है।

हिंदू सेवा समिति नाम की संस्था के अध्यक्ष सुरजीत सिंह यादव की याचिका में सुप्रीम कोर्ट से मामले की जांच के लिए SIT का गठन करने की मांग की गई है। याचिकाकर्ता ने कहा है कि इस मामले से करोड़ों लोगों की धार्मिक भावना आहत हुई है। इसकी जांच कर दोषियों के खिलाफ आपराधिक मुकदमा दर्ज होना चाहिए। सोशल मीडिया पर कई यूजर्स इस मामले में चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ से हस्तक्षेप करने की मांग भी कर रहे हैं।

भारतीय संविधान के अनुच्छेद 25 का उल्लंघन बताया

याचिका में आरोप लगाया गया है कि, यह कृत्य मौलिक हिंदू धार्मिक रीति-रिवाजों का उल्लंघन करता है और अनगिनत भक्तों की भावनाओं को गहराई से आहत करता है जो प्रसाद को आशीर्वाद मानते हैं। यह मामला भारतीय संविधान के अनुच्छेद 25 का उल्लंघन करता है, जो लोगों को धार्मिक रीति-रिवाजों का पालन करने के अधिकार सहित धार्मिक स्वतंत्रता के अधिकार की गारंटी देता है। इस याचिका में शीर्ष अदालत के कई फैसलों का भी हवाला दिया गया है जो आवश्यक धार्मिक प्रथाओं की रक्षा के महत्व पर जोर देते हैं।यह मंदिरों के समर्पित और सांस्कृतिक रूप से संवेदनशील मैनेजमेंट की मांग करता है, जो इस घटना को मंदिर प्रशासन में बड़े प्रणालीगत मामलों के लक्षण के रूप में उजागर करता है।

लड्डू की पवित्रता अब बेदाग- मंदिर ट्रस्ट

तिरुपति के प्रसिद्ध लड्डू प्रसादम में इस्तेमाल घी की गुणवत्ता को लेकर श्रद्धालुओं की चिंताओं के बीच मंदिर के ट्रस्ट तिरुमला तिरुपति देवस्थानम (TTD) ने बयान दिया कि इस पवित्र प्रसाद की शुचिता बहाल कर दी गई। तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम ने शुक्रवार (20 सितंबर 2024) को सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में कहा कि श्रीवारी लड्डू की पवित्रता अब बेदाग है। देश के सबसे अमीर मंदिर का प्रबंधन करने वाले बोर्ड ने शुक्रवार को खुलासा किया था कि उसे गुणवत्ता की जांच के लिए भेजे गए नमूनों में घटिया गुणवत्ता के घी और चर्बी की मिलावट का पता चला है। दो दिन पहले आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने दावा किया था कि लड्डू में जानवरों की चर्बी की मिलावट है।

 डिप्टी CM पवन कल्याण आज से 11 दिन के उपवास पर

इधर । तिरुपति लड्डू (Tirupati Laddu) प्रसाद विवाद से आहत आंध्र प्रदेश के डिप्टी CM पवन कल्याण आज से 11 दिन के उपवास पर रहेंगे। पवन कल्याण ने बताया कि वह रविवार सुबह नंबूर के श्री दशावतार वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में दीक्षा धारण करेंगे। 11 दिनों के बाद वह श्री वेंकटेश्वर स्वामी के दर्शन करेंगे।11 दिनों के प्रायश्चित दीक्षा यानी उपवास पर जाने से पहले पवन कल्याण ने एक मैसेज भी लिखा।

सीएम नायडू ने खुद किया था सनसनी खेज खुलासा

बता दें कि 19 सितंबर 2024 को आंध्र प्रदेश (Andhra Pradesh) के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू (Chandrababu Naidu) ने हिंदुओं के आस्था के सबसे बड़े केंद्रों में से एक तिरुपति बालाजी मंदिर के ‘लड्डू प्रसादम’ में जानवरों की चर्बी मिलाने के सनसनीखेज दावा किया था। सीएम नायडू ने पूर्ववर्ती YSRCP सरकार पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि उनलोगों के सरकार में तिरुपति मंदिर के प्रसाद में जानवरों की चर्बी इस्तेमाल होती थी। । सीएम नायडू ने पूर्ववर्ती YSRCP सरकार पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि उनलोगों के सरकार में तिरुपति मंदिर के प्रसाद में जानवरों की चर्बी इस्तेमाल होती थी। हमारे शासनकाल में अब शुद्ध घी का इस्तेमाल किया जा रहा है।

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