राहुल गांधी ने बच्चें को स्नेह देते हुए मंत्रालयम टेम्पल से शुरू की पदयात्रा आँध्रप्रदेश। भारत जोड़ो यात्रा का आज 44वां दिन है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मंत्रालयम टेम्पल से आज की पदयात्रा शुरू की है। फि़लहाल पदयात्रा कर्नूलु जि़ले में है। बता दें कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में भारी संख्या में कार्यकर्ता और समर्थक शामिल हो रहे है। भारत जोड़ों यात्रा अब तक करीब 1050 किलोमीटर का सफर तय कर चुका है। राहुल गांधी पैदल यात्रा करके पूरे देश में अलग संदेश देने की कोशिश कर रहे हैं। राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा को अपने लिए तपस्या बताते हुए कहा कि उनका मकसद लोगों से जुड़कर उनकी समस्याओं को समझना था और इस यात्रा के जरिए उनका यह उद्देश्य पूरा हो रहा है।
24-26 को यात्रा के लिए दिवाली ब्रेक कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के नेतृत्व में चल रही कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा 24 अक्टूबर से 26 अक्टूबर तक दिवाली अवकाश पर रहेगी और 27 अक्टूबर को फिर से शुरू होगी। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने एक ट्वीट में कहा- भारत जोड़ो यात्रा 24 और 25 अक्टूबर को दिवाली के लिए और 26 अक्टूबर को मल्लिकार्जुन खडग़े-जी को चुनाव प्रमाण पत्र प्रस्तुत करने के लिए अवकाश लेगी। यात्रा 27 अक्टूबर की सुबह तेलंगाना में फिर से शुरू होगी। इससे पहले गुरुवार को- यात्रा के 43 वें दिन, राहुल गांधी ने आंध्र प्रदेश के कुरनूल जिले के मुगाती में चार अलग-अलग समूहों के साथ बातचीत की। उन्होंने विजाग स्टील प्लांट की बिक्री और एक मजबूत और रणनीतिक सार्वजनिक क्षेत्र के लिए अपनी ²ढ़ प्रतिबद्धता के लिए कांग्रेस के विरोध को दोहराया।
एक अन्य ट्वीट में रमेश ने कहा: भारत जोड़ो यात्रा का 43वां दिन लंबा, गर्म, लेकिन बहुत उपयोगी रहा। कुरनूल जि़ले में उत्साह से भरी भीड़ के साथ सुबह यात्रा जल्दी शुरू हुई। पूरे दिन यात्रा के साथ-साथ लोगों का हुजूम चला। इस बीच राहुल गांधी की कई सकारात्मक बातचीत हुई। मंत्रालयम के रास्ते वह कपास के एक खेत में भी गए।
वहीं राहुल गांधी ने अपनी बातचीत के दौरान यह भी कहा कि उनकी पार्टी एलआईसी के निजीकरण के खिलाफ है जिसने भारत की अच्छी सेवा की है। उन्होंने आश्चर्य व्यक्त किया कि विशेष रूप से स्वास्थ्य के लिए बीमा उत्पादों के लिए उच्च जीएसटी लगाया जा रहा था। उन्होंने बीमा एजेंटों की लंबे समय से लंबित मांगों को पूर्ण समर्थन दिया।