भारत-पाकिस्तान के बीच शनिवार शाम को सीजफायर के ऐलान के कुछ ही घंटों के बाद ही पाकिस्तान ने एक बार फिर कायराना हरकत करते हुए समझौते का उल्लंघन कर दिया था. जिसके बाद से बॉर्डर पर तनाव बना हुआ है. हालांकि पाकिस्तान की तरफ से किए गए कुछ छिटपुट ड्रोन हमलों का भारतीय सेना ने तत्काल जवाब दिया, जिसके बाद से फिलहाल सरहद पर सन्नाटा है. वहीं सैन्य अभियान महानिदेशक (डीजीएमओ) ने पिछले चार दिनों के पूरे घटनाक्रम की जानकारी साझा की गई है. जिसमें ये सामने आया कि भारतीय सेना के किस तरह से जोरदार हमला किया, जिससे बाद कैसे पाकिस्तान घुटनों के बल आकर सीजफायर की गुहार लगाने लगा.
डीजीएमओ ने बताया कि पहले पाकिस्तान के डीजीएमओ ने ही उनसे हॉट लाइन पर बात की थी. उसके बाद सीजफायर पर बात हुई. बता दें कि अब आज फिर भारत और पाकिस्तान डीजीएमओ के बीच बातचीत होने वाली है. जिसके बात भारत आगे की रणनीति तय करेगा. हालांकि भारतीय सेना ने साफ तौर पर चेतावनी जारी की कि अगर अब सीजफायर हुआ तो तगड़ा जवाब देंगे.
दरअसल ऑपरेशन सिंदूर के तहत 6-7 मई की दरमियानी रात को आतंकी ठिकानों पर भारत के बड़े हमले के बाद पाकिस्तान ने पलटवार किया. इस पर 9 मई को भारत ने पाकिस्तान पर जवाबी एयर स्ट्राइक किया और 10 मई को भी जमकर गोलाबारी की. भारत की तगड़े पलटवार के बाद अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने पाकिस्तान के आर्मी चीफ असीम मुनीर से फोन पर बात की. जिसके बाद अमेरिकी विदेश मंत्री ने भारतीय विदेश मंत्री डॉ. जयशंकर से बात की और बताया कि पाकिस्तान बातचीत के लिए तैयार हो गया है.
जानकारी के मुताबिक इस दौरान भारत ने साफ-साफ कहा कि यह बातचीत डीजीएमओ के बीच ही होगी. जिसके बाद पाकिस्तानी डीजीएमओ ने भारतीय डीजीएमओ से 10 मई की दोपहर को बात करने का समय मांगा. वहीं फिर दोपहर लगभग साढ़े तीन बजे के आसपास भारत पाकिस्तान डीजीएमओ के बीच बात हुई. जिसमें पाकिस्तानी डीजीएमओ ने सीजफायर की बात कही. इसके कुछ ही घंटे बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी ट्वीट कर भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर का ऐलान कर दिया. हालांकि इस ट्वीट के कुछ देर बाद विदेश मंत्रालय ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर देश को सीजफायर की जानकारी दी.
सीजफायर के लिए क्यों गिड़गिड़ाया पाकिस्तान?
बता दें कि भारतीय सशस्त्र बलों ने सात मई को मुरीदके, बहावलपुर के आतंकी शिविरों पर हमला पर जबरदस्त हमला बोलकर तबाह कर दिया था. भारतीय सेना ने इस ठिकाने पर सबसे घातक हथियारों का इस्तेमाल किया, जिसने आतंकियों को बर्बाद कर दिया. इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि मिट्टी में मिला देंगे, और बहावलपुर, मुरिदके, मुजफ्फराबाद के कैंप को मिट्टी में मिला दिया.
जिसके बाद पाकिस्तान ने पलटवार करके बड़ी गलती कर दी. भारत के हर पलटवार के बाद हालात बदतर होते गए. पाकिस्तान में स्थित उसके वायुसेना ठिकानों पर हमला करके भारत ने संदेश दे दिया कि आप कहीं भी सुरक्षित नहीं हैं. इसके साथ ही भारत का संदेश बिल्कुल साफ था कि अब अगर पाकिस्तान गोली चलाएगा, तो भारत दोगुनी ताकत से पलटवार करेगा.
रविवार (11 मई) को तीनों सेनाओं की प्रेस कॉन्फ्रेंस में डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने कहा कि 10 मई (शनिवार) को दोपहर 3 बजकर 35 मिनट पर पाकिस्तानी डीजीएमओ के साथ मेरी बातचीत हुई थी. इसके बाद शाम 5 बजे से दोनों पक्षों की तरफ से गोलीबारी और हवाई घुसपैठ बंद हो गई. इसके बाद हमने 12 मई (सोमवार) को बात करने का भी फैसला किया, ताकि आगे की रणनीति पर चर्चा की जा सके.
लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने बताया कि हालांकि सीजफायर के कुछ ही घंटे बाद पाकिस्तान ने इस समझौते का उल्लंघन कर दिया. जिसका हमने तत्काल करारा जवाब दिया. उन्होंने बताया कि हमने रविवार सुबह पाकिस्तान के DGMO को एक और मैसेज भेजा और कहा कि अगर दोबारा सीजफायर का उल्लंघन हुआ तो हम इसका कड़ा जवाब देंगे. डीजीएमओ ने बताया कि सेना प्रमुख ने हमें जवाबी कार्रवाई के लिए पूरी छूट दी है.