रायपुर। छत्तीसगढ़ के IAS अफसरों की अफसरशाही से संविदा पर काम करने वाले कर्मचारी परेशान हैं। अब उन्होंने हड़ताल पर जाने का फैसला कर लिया है। ये कर्मचारी सभी सरकारी विभागों में टेंपरेरी नौकरी करते हैं। 13 मई शुक्रवार को ये कर्मचारी काम बंद कर हजारों की तादाद में रायपुर में जुटेंगे। संविदा कर्मचारियों के संगठन ने सभी कर्मचारियों से इस हड़ताल में भाग लेने की अपील की है। सर्व विभागीय संविदा कर्मचारी महासंघ से जुड़े पदाधिकारी हेमंत सिन्हा ने बताया कि साल 2018 में हम से वादा किया गया था कि हमें नियमित कर दिया जाएगा। इसके बाद जब वादा पूरा नहीं हुआ हमने आंदोलन किए। तब अफसरों ने 2019 में कमेटी बना दी। इसके बाद साल 2020 और अब 2022 में भी इसी तरह से कमेटियां बनाकर प्रदेश के IAS अधिकारी कर्मचारियों को उलझाकर रखे हुए हैं।
महापौर हेमा सुदेश देशमुख ने किया घाटे का बजट पेश
पक्ष-विपक्ष दोनों के नेताओं ने साधा एक-दूसरे के बड़े नेताओं पर निशाना
राजनांदगांव। यहां के नगर निगम में सत्तासीन कांग्रेस महापौर श्रीमती हेमा सुदेश देशमुख ने आज पूर्वाह्न घाटे का बजट पेश किया। बजट बैठक शुरूआती दौर से विपक्ष हंगामें, बहिर्गमन, पोस्टरबाजी और नारेबाजी की भेंट चढ़ गया और इसी बीच निगम अध्यक्ष हरिनारायण धकेता ने बजट पारित होने की घोषणा कर दी। यह भी उल्लेखनीय है कि निगम में दोनों के नेताओं ने एक-दूसरे के बड़े नेताओं (मुख्यमंत्री-पूर्व मुख्यमंत्री) पर निशाना साधा।
निगम इतिहास में शायद ही हुआ होगा कि इतनी जल्दी बजट पास हो गया हो। पूर्वाह्न से बैठक शुरू होकर रात-देर रात तक भी बजट पारित हुए हैं। इस सालाना निगम बजट मंे पार्षद शिव वर्मा भाजपा के बाकी 18 पार्षदों के बहिर्गमन के बाद सदन में भारी पड़ते रहे। वॉकआऊट करने वाले विपक्षी पार्षदगण टाऊनहाल के नार्दर्न गेट पर आधी धूप-आधी छांव में बैठकर नारेबाजी करते रहे। वे कह रहे थे कि सभापति होश में आओ। सभापति को महापौर की गुलामी से निकलना होगा। तब तक 12.00.12.15 बजे से तक भाजपा के शहर अध्यक्ष दक्षिण ब्लॉक तरूण लहरवानी, उपाध्यक्ष अशोकादित्य, युवा मोर्चा अध्यक्ष प्रखर वैष्णव, महामंत्री हकीम खान आदि भी सदन की कार्यवाही देखने गणमान्य लोगों की भांति ही गए थे। फिर पौने एक बजे जैसे ही शिव वर्मा सदन छोड़ कर बाहर गये वेसे ही सभापति ने दोपहर 12.49 बजे बजट पारित होने की घोषणा कर दी।
बजट इस प्रकार
महापौर श्रीमती हेमा सुदेश देशमुख ने अपने तीसरे वर्ष के बजट अभिभाषण में बताया है कि वर्ष 2021-22 के बजट प्रावधानों के विरूद्ध पुनरीक्षित आय 361 करोड़ 52 लाख 34 हजार रू. तथा पुनरीक्षित व्यय 383 करोड़ 29 लाख 63 हजार रू. है। बजट अनुमान अंतर्गत कुल अनुमानित आय 472 करोड़ 18 लाख 21 हजार रू. तथा व्यय 503 करोड़ 11 लाख 46 हजार रू. था, जबकि वर्ष 2021-22 में प्रारंभिक अवशेष 30 करोड़ 47 लाख 99 हजार रू. था। वित्तीय वर्ष 2022-23 के बजट प्रावधान में प्रस्तावित आय 434 करोड़ 22 लाख 35 हजार रू. तथा व्यय 466 करोड़ 5 लाख 51 हजार रू. है। वर्ष 2022-23 की अनुमानित प्रारंभिक अवशेष राशि 31 करोड़ 57 लाख 55 हजार की संभावना है। इसे मिलाकर कुल आय 465 करोड़ 79 लाख 90 हजार रू. होता है। इस प्रकार घाटे का बजट 25 लाख 61 हजार रूपये है।