देश के पीठ में छुरा घोंपा गया
नई दिल्ली: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने शनिवार को टेलीविजन पर राष्ट्र के नाम एक संबोधन में कहा कि वैगनर ग्रुप द्वारा “सशस्त्र विद्रोह” किए जाना “राष्ट्र के पीठ में छुरा घोंपना” जैसा है. उन्होंने जनता से वादा किया कि इन तमाम लोगों को दंडित किया जाएगा.
पुतिन ने कहा कि “देशद्रोह के रास्ते” पर जो भी जाता है या रूसी सेना के खिलाफ हथियार उठाएगा उसे छोड़ा नहीं जाएगा.
पुतिन ने आज रूसी नागरिकों, सैन्य और सुरक्षा सेवाओं के कर्मियों के साथ-साथ उन लोगों को भी संबोधित किया, जिन्हें “धोखे और धमकियों से सशस्त्र विद्रोह के रास्ते पर धकेल दिया गया है.”
राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में पुतिन ने कहा, “सामने लड़ रहे लोगों के खिलाफ विद्रोही कार्रवाई हमारे देश की पीठ में छुरा घोंपने जैसा है.”
उन्होंने कहा, “हम आंतरिक विश्वासघात सहित किसी भी खतरे से अपने लोगों और अपने राज्य दोनों की रक्षा करेंगे. हमें जिस चीज का सामना करना पड़ा है उसे निश्चित रूप से विश्वासघात कहा जा सकता है. अपनी महत्वाकांक्षाओं और व्यक्तिगत हितों ने देशद्रोह और विश्वासघात को जन्म दिया है.”
उन्होंने आगे कहा, “जिन नायकों ने रूस के लिए लड़ाई लड़ी और अपनी जान गंवाई- उनके नाम और गौरव को भी उन लोगों ने धोखा दिया है जो विद्रोह करने की कोशिश कर रहे हैं. देश को अराजकता की ओर धकेलने की कोशिश और भाईचारे की हत्या की जा रही है जिसे पूरी तरह से कुचल दिया जाएगा.”
रूसी राष्ट्रपति का यह बयान रूस की संघीय सुरक्षा सेवा (एफएसबी) द्वारा वैगनर समूह द्वारा सशस्त्र विद्रोह के आह्वान पर एक आपराधिक मामला खोलने के कुछ घंटों बाद आया है. एफएसबी ने वैगनर के लड़ाकों से आग्रह किया कि वे वापस लौट जाए और हथियार छोड़ दे.
पुतिन ने कहा, “जब आप आतंकवादी हमलों की तैयारी कर रहे थे तो जो लोग जानबूझकर देशद्रोह के रास्ते पर चल रहे हैं, सशस्त्र विद्रोह की तैयारी कर रहे हैं, उन्हें दंडित किया जाएगा.”
इससे पहले आज वैगनर ग्रुप के प्रमुख येवगेनी प्रिगोझिन ने कहा कि उनकी सेना ने रोस्तोव में हवाई क्षेत्र सहित सैन्य अड्डो पर नियंत्रण कर लिया है. प्रिगोझिन की कार्रवाई रूसी सेना पर वैगनर सैन्य शिविर पर हमला करने और “बड़ी संख्या में” उसके लड़ाकों को मारने का आरोप लगाने के बाद आई है.
हालांकि, रूसी रक्षा मंत्रालय ने उनके दावे का खंडन किया है और इसे झूठा और “उकसावा” करार दिया है.
रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने घोषणा की कि सशस्त्र बलों को “आवश्यक आदेश” दिए गए हैं और रोस्तोव में स्थिति को स्थिर करने के लिए “निर्णायक कार्रवाई” की जाएगी. उन्होंने आगे कहा कि मॉस्को और कई अन्य क्षेत्रों में “अतिरिक्त आतंकवाद विरोधी, सुरक्षा उपाय” किए गए हैं.
प्राप्त जानकारी के मुताबिक यह विद्रोह वैगनर ग्रुप के अड्डे पर रूसी सेना के द्वारा मिसाइल दागने के बाद शुरू हुआ.
वैगनर ने रोस्तोव शहर और वहां मौजूद मिलिट्री हेडक्वार्टर पर कब्जे का दावा किया है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक रोस्तोव के मेयर ने लोगों से घरों के अंदर रहने की अपील की है.
क्या है वैगनर ग्रुप
वैगनर ग्रुप रूस का एक प्राइवेट अर्धसैनिक बल है. इसपर देश का कोई भी कानून लागू नहीं होता है. यह एक सीक्रेट संगठन था जो पहले अफ्रीका और मध्य पूर्व के देशों में चुपचाप काम कर रहा था. साल 2014 में रूस यूक्रेन युद्ध के दौरान यह पहली बार चर्चा में आया.
रूस यूक्रेन युद्ध के दौरान यह रूसी सेना के मदद में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. यूक्रेन के बखमुत शहर पर रूस के कब्जे का श्रेय वैगनर ग्रुप को ही जाता है. ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय के मुताबिक इस ग्रुप में 50 हजार से अधिक लड़ाके शामिल हैं.