सूरजपुर। पीएचई विभाग में बाबू के पद पर कार्यरत आदिवासी नेता के खिलाफ सरकारी नौकरी का झांसा देकर बेरोजगारों युवकों से दस लाख रुपए की ठगी का मामला सामने आया है. पीड़ितों की शिकायत पर पिता-पुत्र के खिलाफ सूरजपुर थाना में धारा 420 और 34 के तहत मामला दर्ज किया गया है.
आरोपी पिता-पुत्र मोहित नेताम और हेमन्त नेताम के खिलाफ पीड़ित सूरजपुर निवासी मुरली मनोहर पटेल और रमेश कुमार ने सूरजपुर थाने में अलग-अलग रिपोर्ट दर्ज कराई है. मुरली मनोहर पटेल ने अपनी शिकायत में बताया कि उसकी पिता-पुत्र मोहित नेताम और हेमन्त नेताम से 2022 से जान पहचान है. हेमन्त नेताम और उसके पिता मोहित नेताम ने बार-बार मना करने के बाद भी अपनी सरकारी नौकरी और बड़ी पहुंच का झांसा दिया.
पिता-पुत्र के झांसे में आकर तीन गवाहों की मौजूदगी में पीड़ित ने मोहित नेताम और हेमन्त नेताम के घर में जाकर 12 नवंबर 2022 को पांच लाख रुपए नकद राशि दी. इसके कुछ दिन बाद हेमन्त नेताम ने फोन कर कहा कि ऊपर बैठे लोनों का फोन आया है, कम से कम 2,00,000 और देना पड़ेगा, अगर नहीं दोगे तो लिस्ट से नाम कट जाएगा. इस पर एक फरवरी 2023 को चेक के जरिए 2,00,000 रुपए दिया.
मुरली मनोहर को जहां सीएम कोटे से सब-इंस्पेक्टर का पद दिलाने का झांसा देते हुए लेकिन सब-इंस्पेक्टर का रिजल्ट आने पर लिस्ट में नाम नहीं आने पर पीड़ित ने पिता-पुत्र से पूरे पैसों की मांग की. इस पर हेमन्त नेताम ने अक्टूबर 2024 को फोन पे के जरिए 50,000 रुपए लौटाया गया. कुछ दिन के बाद सब पैसा एक साथ देने का वादा किया. इसके बाद भी पैसे नहीं देकर महीने-दो महीने तक टाल मटोल करते रहे. आखिर में दोनों पिता-पुत्र ने पैसे देने से ही इंकार करने पर सूरजपुर थाने में ठगी का मामला दर्ज कराया.
इसी तरह रमेश कुमार ने वन विभाग में वन रक्षक की नौकरी दिलाने का झांसा देकर पिता-पुत्र पर तीन लाख रुपए की ठगी करने की सूरजपुर थाना में शिकायत दर्ज कराई. पुलिस ने दोनों ही पीड़ित युवकों की शिकायत पर पिता-पुत्र मोहित नेताम और हेमंत नेताम के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है.