रायपुर। संसद के विशेष सत्र पर उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव का बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि एजेंडा बताना ही चाहिए। तैयारी करनी होती है। 18 तारीख को सत्र शुरू होगा तो 19 तारीख को एजेंडा थोड़ी बताएंगे। विशेष सत्र विशेष उद्देश्य के लिए होता है। वो उद्देश्य स्पष्ट होना चाहिए।
बता दें कि 18 सितंबर से शुरू हो रहे संसद के पांच दिवसीय विशेष सत्र को लेकर तस्वीर लगभग साफ हो चुकी है। केंद्र की मोदी सरकार देश का नाम बदलने का प्रस्ताव ला सकती है। यूसीसी और ‘एक-राष्ट्र, एक चुनाव’ के बाद अब कयास लगाए जा रहे हैं कि अनुच्छेद 368 के तहत एक संवैधानिक संशोधन किया जाएगा और हमारे देश के नाम को ‘इंडिया’ से आधिकारिक तौर पर ‘भारत’ कर दिया जाएगा।
इसको लेकर केंद्र सरकार की ओर से आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा गया है। लेकिन जी20 नेताओं को राष्ट्रपति मुर्मू की ओर से भेजे गए रात्रिभोज निमंत्रण में ‘प्रेसिडेंट ऑफ भारत’ का जिक्र किया गया है। इसके बाद से चर्चाओं का बाजार गरम है।
देश का नाम इंडिया के केवल भारत करने के कयास दो वजहों से लग रहे हैं। एक है असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा की एक्स (ट्विटर) पर की गई हालिया पोस्ट। इसमें उन्होंने कहा, “भारत गणराज्य – खुश और गौरवान्वित है कि हमारी सभ्यता साहसपूर्वक अमृत काल की ओर आगे बढ़ रही है।” दूसरा है राष्ट्रपति की ओर से जी20 प्रतिनिधिमंडल को भेजे गए रात्रिभोज निमंत्रण पत्र। राष्ट्रपति भवन से जी20 प्रतिनिधिमंडल को दिए गए आधिकारिक रात्रिभोज निमंत्रण में राष्ट्रपति का उल्लेख ‘प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया’ के बजाय ‘प्रेसिडेंट ऑफ भारत’ लिखा है। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने डिनर आमंत्रण में बदलाव पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि नाम बदलने की खबर सच लगती है।