बीजापुर। महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ पुलिस ने शुक्रवार को ज्वाइंट सुरक्षा अभियान में दो माओवादियों को मार गिराया है और एक को जिदा पड़का है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने यह जानकारी दी है। महाराष्ट्र की सीमा से करीब 10 किलोमीटर दूर टेकामेटा के जंगलों में आज सुबह तलाशी अभियान के दौरान कुछ छिपे हुए माओवादियों ने अचानक सुरक्षाबलों पर फायरिंग कर दी। सुरक्षाबलों ने माओवादियों से आत्मसमर्पण करने की अपील की। लेकिन उन्होंने फायरिंग जारी रखी, इसके बाद जवाबी कार्रवाई करते हुए सुरक्षाबलों ने दो माओवादियों को ढेर कर दिया।
रिपोर्ट के अनुसार, जवाबी कार्रवाई के कारण कुछ माओवादी घने जंगल का सहारा लेकर भाग गए। करीब 30 मिनट से अधिक समय तक मुठभेड़ जारी रही। फायरिंग बंद होने के बाद सुरक्षाबलों ने आसपास तलाशी ली। गढ़चिरौली के पुलिस अधीक्षक नीलोत्पल ने कहा कि तलाशी के दौरान उन्हें दो माओवादियों के गोलियों से छलनी शव मिले। जिनकी पहचान एक अज्ञात पुरुष और एक मोस्ट वांटेड महिला के रूप में हुई है। इनके पास से दो एसएलआर, एक देसी राइफल, गोला-बारूद और उनका सामान बरामद किया गया है।
महिला की पहचान तेलंगाना के निर्मल जिले की 41 वर्षीय कांथी लिंगव्वा के रूप में हुई है। महाराष्ट्र ने महिला माओवादी के सिर पर 15 लाख और तेलंगाना ने 5 लाख रुपये के इनाम रखा था। कांथी लिंगव्वा तेलंगाना राज्य समिति के सदस्य और माओवादी संगठनों की केबी डिवीजन समिति के सचिव मेलारप्पु एडेलु की पत्नी हैं। वहीं थोड़ी दूर पर सुरक्षाबलों को छत्तीसगढ़ के 28 वर्षीय लछमय्या कुच्छा वेलादी नामक एक घायल माओवादी मिला, जिसे गिरफ्तार कर लिया गया। पूरे ऑपरेशन को पुलिस अधीक्षक नीलोत्पल, एडिशनल एसपी अनुज तारे, कुमार चिंता, यतीश देशमुख और सी-60 कमांडो फोर्स ने गाइड किया। चूंकि मुठभेड़ पड़ोसी राज्य में हुई थी, इसलिए महाराष्ट्र पुलिस आगे की जांच और कार्रवाई के लिए मामले को छत्तीसगढ़ पुलिस को ट्रांसफर करने के लिए संबंधित औपचारिकताएं पूरी कर रही है।