उद्धव Vs शिंदे: कटप्पा को माफ नहीं करेगी जनता- उद्धव, हमने गद्दारी नहीं गदर किया- शिंदे

 

Shiv Sena Dussehra Rally: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) और उनके पूर्ववर्ती उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) के बीच बुधवार को तलवारें खिंच गईं और शिवसेना के दोनों गुटों द्वारा आयोजित दशहरा रैलियों में ‘गद्दार’, ‘बागी’, ‘बगावत’ जैसे शब्दों की गूंज सुनाई दी. जून में महाराष्ट्र में सत्ता परिवर्तन के बाद दशहरा रैली शिवसेना के दोनों गुटों के लिए शक्ति प्रदर्शन का उचित अवसर थी. इस दौरान उद्धव ठाकरे ने जहां करीब 43 मिनट लंबा भाषण दिया, वहीं एकनाथ शिंदे का भाषण करीब डेढ घंटे चला. बता दें कि शिवाजी पार्क में शिवसेना 1966 से ही दशहरा रैली का आयोजन करती रही है.

उद्धव ठाकरे ने शिंदे को बताया विश्वासघाती

शिवाजी पार्क की दशहरा रैली में जहां उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) और उनके समर्थकों को सत्ता के लिए भाजपा से हाथ मिलाने को लेकर ‘विश्वासघाती’ बताया. वहीं मुख्यमंत्री ने कहा कि 2019 में शिवसेना-भाजपा गठबंधन को जनादेश मिलने के बावजूद राकांपा-कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बनाकर ठाकरे ने जनता को ‘धोखा’ दिया है.

उद्धव बोले कटप्पा को माफ नहीं करेगी जनता

उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने कहा, ‘हर साल की तरह इस साल भी रावण जलेगा, लेकिन इस बार का रावण अलग है. वक्त के साथ रावण का चेहरा बदलता था. इस बार कितने चेहरों का है. ये सिरों का नहीं, बल्कि 50 खोके (करोड़) का खोकासुर हैं, जिन्हे हमने जिम्मेदारी दी वो कटप्पा निकले जिन्होंने साजिश रची, वे कटपप्पा हैं. भारतीय जनता पार्टी ने पीठ में खंजर खोपा था. उन्हें सबक सिखाने के लिए ही महाविकास आघाड़ी बनाई थी. आप लोग बताएं कि मेरा फैसला सही था या नहीं, क्या मैंने कभी हिंदुत्व का मुद्दा छोड़ा?’

शिंदे का पलटवार; कहा- हमने गद्दारी नहीं गदर किया

उद्धव ठाकरे पर पलटवार करते हुए एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) ने कहा, ‘हमने गद्दारी नहीं की, गदर (क्रांति) किया. आप हमको बाप चोर बोलते हैं? अरे, आपने अपने बाप के विचारों को बेच दिया?’ उन्होंने आगे कहा, ‘पिछले 2 महीनों से हमें गद्दार कह रहे हैं. बाकी कुछ नहीं हैं बोलने के लिए आपके पास. असली गद्दारी 2019 में हुई जब शिवसेना-बीजेपी गठबंधन तोड़ कर आपने सरकार बनाई. चुनाव में एक तरफ बाला साहब की फोटो तो दूसरी तरफ नरेंद्र मोदी की फोटो लगाई थी. लगाई थी कि नहीं? जनता ने तब चुना. आपने जनता के विश्वास को तोड़ा.’

error: Content is protected !!