नई दिल्ली. यूजीसी ने देशभर के सभी विश्वविद्यालयों और कॉलेजों को मूल्य प्रवाह 2.0 लागू करने का निर्देश दिया है। इसके छात्रों को पढ़ाई के अलावा नैतिक मूल्य और आचार-व्यवहार से जुड़े आयामों के बारे में बताया, सिखाया जाएगा। इसके लिए यूजीसी ने सभी राज्यों के उच्च शिक्षा सचिव और विश्वविद्यालयों के कुलपतियों को पत्र लिखा है। यूजीसी चेयरमैन प्रोफेसर एम. जगदीश कुमार ने सभी उच्च शिक्षण संस्थानों को इस संबंध में अवगत कराते हुए कहा है कि उन्होंने शिक्षण संस्थानों को मानवीय मूल्य, पेशेवर नैतिकता, आचार-व्यवहार पर पाठ्यक्रम लागू करना होगा। इसके अंतर्गत कला, विज्ञान, वाणिज्य, प्रबंधन, इंजीनियरिंग, औषधि, ललित कला, आतिथ्य, कारोबार, हस्तकला या शिल्प या किसी भी कोर्स में इन विषयों को शामिल किया जा सकेगा।
इस नए नियम के तहत उच्च शिक्षण संस्थानों में आचार-व्यवहार पर साल में कम से कम दो बार कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा। छात्रों को उपयुक्त अंतराल पर वाद-विवाद प्रतियोगिताओं, पोस्टर प्रतिस्पर्धाओं आदि के माध्यम से मानवीय मूल्यों और आचार-व्यवहार से जुड़े आयामों से रूबरू करवाया जाएगा।
इसके अलावा, मंगलवार को विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के अध्यक्ष प्रो. एम. जगदीश कुमार ने यूजीसी की वेबसाइट, उत्साह (उच्च शिक्षा में परिवर्तनकारी रणनीति और कार्रवाई करना) और पीओपी (प्रोफेसर ऑफ प्रैक्टिस पोर्टल) पोर्टल लॉन्च किया। उच्च शिक्षा के लिए परिवर्तनकारी रणनीतियों और कार्यो के हिस्से के रूप में यूजीसी की फिर से डिजाइन की गई वेबसाइट लॉन्च की गई है। वेबसाइट का उद्देश्य उच्च शिक्षा पारिस्थितिकी तंत्र में छात्रों, शिक्षकों और अन्य हितधारकों के लिए अधिक उपयोगकर्ता-अनुकूल इंटरफेस प्रदान करना है।
यूजीसी की वेबसाइट उच्च शिक्षा से संबंधित सभी सूचनाओं के लिए वन-स्टॉप शॉप के रूप में भी काम करेगी। यह छात्रवृत्ति, फैलोशिप, अनुदान और छात्रों, शिक्षकों और शोधकर्ताओं के लिए उपलब्ध अन्य अवसरों पर व्यापक जानकारी प्रदान करेगा। वेबसाइट में यूजीसी के समाचार अपडेट, परिपत्र और अधिसूचनाएं भी होंगी।