AC Compartments in Truck : बेबाक बोल और अपने काम से अलग पहचान रखने वाले केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने मंगलवार को नया ऐलान किया. उनका यह ऐलान सुनकर आपको भी अच्छा लगेगा. जी हां, सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि 2025 से सभी ट्रकों में चालक दल के सदस्यों के लिए एसी कंपार्टमेंट होने की जरूरत है. एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए गडकरी ने कहा जिस दिन उन्होंने मंत्री के रूप में कार्यभार संभाला है, उसी दिन से वह ट्रक के केबिन में एसी कंपार्टमेंट पेश करना चाहते हैं.
लोग लगातार बढ़ती लागत के बारे में शिकायत कर रहे
गडकरी ने कहा लोग लगातार ट्रकों की बढ़ती लागत के बारे में शिकायत कर रहे हैं. इसके बावजूद ट्रकों के केबिन में एसी की सुविधा नहीं दी जा रही. लेकिन आज मैंने इस कार्यक्रम में आने से पहले, उस फाइल पर साइन किए हैं, जो ट्रक ड्राइवर के केबिन में एसी को अनिवार्य करती है. गडकरी ने कहा, हमें यह ध्यान रखना होगा कि ट्रक चलाने वाले लोगों को अच्छी सुविधाएं दी जाएं.
रोड साइड 570 सुविधा केंद्र पर काम हो रहा
केंद्रीय मंत्री ने यह भी आश्वासन दिया कि केंद्र सरकार राष्ट्रीय राजमार्गों पर सड़क किनारे सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए लगातार कोशिश कर रही है. उन्होंने कहा कि मेरा मंत्रालय 570 रोड साइड सुविधा केंद्र पर काम कर रहा है. इनसे से 170 के टेंडर फाइलन हो गए हैं और काम भी शुरू हो गया है. उन्होंने कहा कि उनका लक्ष्य राजमार्ग के प्रत्येक 50 किलोमीटर पर एक सुविधा केंद्र बनाना है.
लेन ड्राइविंग को प्रोत्साहित करने की जरूरत
गडकरी ने सड़क दुर्घटना से होने वाली मौतों और उन्हें कम करने के लिए किए गए उपायों पर अपनी चिंता जाहिर की. गडकरी ने कहा सड़कों की बेहतर डिजाइनिंग और उचित नियमों का पालन करने के लिए चालकों को ट्रेनिंग देने के साथ ही लेन ड्राइविंग को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए.
गडकरी की यह घोषणा कांग्रेस नेता राहुल गांधी की अमेरिका की तीन दिवसीय यात्रा के बाद आया है. यहां पर उन्होंने वाशिंगटन से न्यूयॉर्क तक एक ट्रक में सफर किया. यात्रा के दौरान, ट्रक ड्राइवर ने उन्हें अमेरिका और भारत में ट्रक ड्राइवरों के लिए काम करने की स्थिति में अंतर के बारे में बताया. वीडियो के आधार पर बताया गया था कि भारत में ट्रक को चालक के आराम के लिए डिजाइन नहीं किया जाता है. जबकि अमेरिका में निर्माता सुरक्षा और सुविधा को प्राथमिकता सूची में सबसे ऊपर रखते हैं.