नई दिल्ली. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने गुरुवार को संसद में कांग्रेस के अविश्वास प्रस्ताव पर बोलते हुए विपक्षी दालों की जमकर क्लास लगाई. उन्होंने यूपीए के शासन काल की पीएम नरेंद्र मोदी की सरकार से तुलना की. वित्त मंत्री ने कहा कि कांग्रेस बीते छह दशक से लोगों को गरीबी हटाने का वादा करत आ रही है लेकिन इसे बावजूद भी वो ऐसा नहीं कर पाई. वहीं, पीएम मोदी की सरकार गरीबी को कम कर पा रही है. उन्होंने कहा कि यूपीए सरकार में ‘काम हो जाएगा’ का नारा दिया जाता था. हमारी सरकार कहती है कि ‘काम हो गया’.
वित्त मंत्री ने कहा कि दुनिया आर्थिक संकट से जूझ रही है. अमेरिका-चीन जैसी बढ़ी इकोनॉमी डाउनग्रेड हो रही हैं, लेकिन भारत दुनिया की फास्टेस्ट ग्रोइंग इकोनॉमी बनी हुई है. इसका श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को देते हुए वित्त मंत्री ने आगे कहा, ‘बनेगा, मिलेगा जैसे शब्द अब उपयोग में नहीं हैं. आजकल लोग क्या उपयोग कर रहे हैं? बन गए..मिल गए..आ गए. यूपीए के दौरान लोग कहते थे बिजली आएगी..अब लोग कहते हैं बिजली आ गई. उन्होंने (कांग्रेस ने) कहा गैस कनेक्शन मिलेगा..अब गैस कनेक्शन मिल गया, उन्होंने कहा एयरपोर्ट बनेगा..अब एयरपोर्ट बन गया’
#WATCH | No Confidence Motion discussion | Union FM Nirmala Sitharaman says, "Words like 'banega, milega' are not in use anymore. What are the people using these days? 'Ban gaye, mil gaye, aa gaye'. During UPA, people said 'Bijli aayegi', now people say 'Bijli aa gayi'. They said… pic.twitter.com/SLVPqbBOlL
— ANI (@ANI) August 10, 2023
यूपीए सरकार ने पोस्ट डेटेड चैक दिया
निर्मला सीतारमण ने पिछली सरकार में करप्शन का भी मुद्दा उठाया. उन्होंने कहा, ‘यूपीए ने पूरा एक दशक बर्बाद कर दिया क्योंकि वहां बहुत भ्रष्टाचार था. आज, हर संकट और प्रतिकूलता को एक सुधार और एक अवसर में बदल दिया गया है.’ वित्त मंत्री ने कहा कि गरीबी हटाओ का नारा हम छह दशकों से सुन रहे थे, लेकिन कभी नहीं हटाया गया. आज हम गरीबी को कम कर पा रहे हैं. यूपीए सरकार ने पोस्ट डेटेट चैक दिया. हमारी सरकार में ये बदलाव हुए.
भारत का डिफेंस एक्सपोर्ट बढ़ा
वित्त मंत्री ने अपनी बात को आंकड़ों के साथ पेश किया. उन्होंने कहा, ‘2014 में देश का कैपिटल एक्सपेंडीचर 3.92 लाख करोड़ था, जो बढ़कर अब 10.9 लाख करोड़ हो गया है. कृषि बजट 21,933 करोड़ से बढ़कर 1.25 लाख करोड़ पहुंच गया है. फॉरेन रिजर्व 313 बिलियन से बढ़कर 600 बिलियन पहुंच गया है. 2014 में जहां डिफेंस एक्सपोर्ट 1941 करोड़ का था, जोकि बढ़कर ये 16 हजार करोड़ हो गया है.