नई दिल्ली। क्रेडिट कार्ड अपडेट करने के नाम पर लोगों को झांसे में लेकर ठगी को अंजाम देने वाले दो आरोपियों को रायपुर पुलिस ने पकड़ने में सफलता हासिल की है. मुख्य सरगना मनीष सिंह उर्फ लक्की मूलत: हरियाणा का रहने वाला है, वहीं असीम अहमद उत्तर प्रदेश का रहने वाला है.
बदा दें कि प्रार्थी रोहित कुमार साहू से कुल 9,18,002 रुपए की ठगी की गई थी. मामला दर्ज होने के बाद त्वरित कार्रवाई करते ठगी की रकम 6,50,000 रुपए को होल्ड कराया जा चुका है. आरोपियान पीड़ितों को फर्जी कॉल एप के माध्यम से क्रेडिट कार्ड अपडेट करने साहित विभिन्न तरीकों के आधार पर ठगी की घटनाओं को अंजाम कराया जा चुका है.
प्रकरण का मुख्य आरोपी मनीष सिंह उर्फ लक्की ठगी की घटना को अंजाम देने के लिए अन्य आरोपी वसीम अहमद को पेमेन्ट के लिए गेट-वे उपलब्ध कराने पर कमीशन देता था. आरोपियों के कब्जे से ठगी के पैसों से खरीदे गए एक आईफोन 14 कीमत लगभग 1,50,000 रुपए तथा घटना में प्रयुक्त तीन मोबाइल फोन जब्त किया गया है.
प्रार्थी रोहित कुमार साहू ने साइबर रेंज थाना रायपुर में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि 12 जून को प्रार्थी के मोबाईल फोन में एक्सिस बैंक के टोल फ्री नम्बर 18605005555 सेे किसी अज्ञात धारक ने फोन कर क्रेडिट कार्ड संबंधी जानकारी दी जा रही थी, इसी दौरान प्रार्थी के उक्त बैंक खाता में अलग-अलग किश्तों में लगभग 5 लाख रुपए क्रेडिट हुए उसके पश्चात् लगभग 4 लाख रुपए डेबिट भी हो गए.
प्रार्थी ने अपने होम लोन की किश्त को पटाने बैंक जाकर अपने खाते से उसमें लगे ब्लॉक को हटवाया गया, जिसके पश्चात् 30.06.2023 से 01.07.2023 के मध्य प्रार्थी के खाते से कुल 9,18,002 रुपए उसके खाते से आहरित कर किसी अज्ञात व्यक्ति ने प्रार्थी के साथ धोखाधड़ी की. इस पर रेंज स्तरीय सायबर थाना रायपुर में अज्ञात आरोपी के विरूद्ध अपराध क्रमांक 01/2023 धारा 420 भादवि. 66सी, 66डी आई.टी. एक्ट का अपराध पंजीबद्ध किया गया था.
ठगी की घटना को एण्टी क्राइम एण्ड साइबर यूनिट तथा रेंज साइबर थाना रायपुर पुलिस की संयुक्त टीम ने अज्ञात आरोपी की पतासाजी शुरू की. प्रार्थी के मोबाइल पर आए कॉल का तकनीकी विश्लेषण करने के साथ ही जिन खातों में रकम स्थानांतरित किए गए थे, उन खातों के संबंध में भी संबंधित बैंकों से दस्तावेज व जानकारी प्राप्त कर आरोपी को चिन्हांकित करने में सफलता मिली. लोकेशन ट्रेस करने के बाद दिल्ली गई टीम ने आरोपी मनीष सिंह उर्फ लक्की को पकड़ने में सफलता पाई.
घटना के संबंध में कड़ाई से पूछताछ करने पर मनीष ने बताया कि अपने साथी दिल्ली निवासी वसीम अहमद के साथ मिलकर ठगी की घटना को अंजाम देना बताया गया. वसीम उसे कुछ कमीशन पर ऑनलाइन ठगी के पेमेन्ट हेतु गेट-वे उपलब्ध कराता था, जिस पर टीम के सदस्यों ने घटना में संलिप्त वसीम अहमद की भी पतासाजी कर पकड़ा गया.
दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से ठगी के पैसों से क्रय की गई एक आईफोन 14 कीमत लगभग 1,50,000 रुपए और घटना में प्रयुक्त तीन मोबाइल फोन जब्त कर आरोपियों के विरूद्ध कार्रवाई की गई. वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में पूर्व में प्रकरण में 6,50,000 रुपए को होल्ड कराया जा चुका है.
कार्यवाही में निरीक्षक गौरव तिवारी प्रभारी रेंज साइबर थाना रायपुर, रेंज साइबर थाना रायपुर से उपनिरीक्षक मुकेश सोरी, सउनि मोह. कय्यूम, एण्टी क्राइम एवं सायबर यूनिट से प्रआर गुरूदयाल सिंह, महेन्द्र राजपूत, चिन्तामणी साहू, मप्रआर बसंती मौर्य, आर विजय पटेल, प्रमोद बेहरा, मोह. राजिक, मुनीर रजा, नितेश सिंह, अनुरंजन तिर्की, मआर बबीता देवांगन तथा थाना सिविल लाइन से उपनिरीक्षक यामन कुमार देवांगन की महत्वपूर्ण भूमिंका रही.