द्रौपदी का डांडा-2 पर्वत चोटी पर फंसे 29 पर्वतारोही, सेना बचाव कार्य में जुटी
Avalanche in Uttarkashi: उत्तराखंड के उत्तरकाशी से बड़े हादसे की खबर आ रही हैे. यहां बर्फीले तूफान में कई पर्वतारोही के फंसने की सूचना है. बताया गया है कि 23 सितंबर को नेहरू पर्वतरोहण संस्थान के 40 पर्वतारोहियों का दल उत्तरकाशी से द्रौपदी का डांडा-2 पर्वत चोटी के लिए रवाना हुआ था. यहीं पर मंगलवार को अचानक चोटी में हिमस्खलन में ये सभी फंस गए. हादसे की सूचना मिलते ही NIM की टीम के साथ जिला प्रशासन, NDRF, SDRF, सेना और ITBP के जवान एक्टिव हो गए हैं और तेजी से राहत एवं बचाव कार्य में लगे हुए हैं. उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने भी इस हादसे की पुष्टि की है.
द्रौपदी का डांडा-2 पर्वत चोटी में हिमस्खलन में फंसे प्रशिक्षार्थियों को जल्द से जल्द सकुशल बाहर निकालने के लिए NIM की टीम के साथ जिला प्रशासन, NDRF, SDRF, सेना और ITBP के जवानों द्वारा तेजी से राहत एवं बचाव कार्य चलाया जा रहा है।
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) October 4, 2022
वायुसेना भी राहत और बचाव कार्य में जुटी
रिपोर्ट के मुताबिक, पर्वतारोहण अभियान में कुल 40 लोग थे. इनमें से 33 प्रशिक्षु थे, जबकि 7 प्रशिक्षक थे. अचानक आए तूफान और हिमस्खलन से ये सभी फंस गए. अब तक 3 प्रशिक्षु और 7 प्रशिक्षकों सहित 10 को रेस्क्यू कर लिया गया है. सीएम पुष्कर सिंह धामी ने रक्षा मंत्री से बात कर सेना की मदद मांगी है. सेना के जवान भी राहत कार्य में जुट गए हैं. राहत और बचाव कार्य के लिए वायुसेना ने अपने दो चीता हेलिकॉप्टर को लगाया है. कुछ हेलिकॉप्टर को फिलहाल स्टैंड बाई मोड पर रखा गया है, अगर जरूरत पड़ेगी तो इनका इस्तेमाल किया जाएगा.
Deeply anguished by the loss of precious lives due to landslide which has struck the mountaineering expedition carried out by the Nehru Mountaineering Institute in Uttarkashi. My condolences to the bereaved families who have lost their loved ones. Okay 1/2
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) October 4, 2022
कुछ लोगों के मौत की भी खबर!
द्रौपदी का डांडा-2 पर्वत चोटी पर हुए इस हादसे में कुछ पर्वतारोहियों की मौत की भी खबर सामने आ रही है. उनकी मौत पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने दुख जताया है. उन्होंने ट्वीट किया, ‘उत्तरकाशी में नेहरू पर्वतारोहण संस्थान द्वारा किए गए पर्वतारोहण अभियान में भूस्खलन के कारण जानमाल के नुकसान से गहरा दुख हुआ. अपने प्रियजनों को खोने वाले शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी संवेदनाएं.’