नई दिल्ली। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने ड्रग्स के मुद्दे पर लोकसभा में अपना जवाब रखा। इस मौके पर बोलते हुए अमित शाह ने बिना नाम लिए राजीव गांधी फाउंडेशन के बहाने कांग्रेस को घेरने का मौका भी ढूंढ लिया। उन्होंने कहा कि देश में कुछ एनजीओ ऐसे होते हैं, जो समाज को प्रताड़ित करना चाहते हैं। यह कांग्रेस की नहीं, नरेंद्र मोदी की सरकार है, एफसीआरए का जो पालन नहीं करेगा, उसके साथ बिना किसी दया के सख्ती की जाएगी।
अमित शाह ने कहा कि हमारे नशामुक्ति अभियान से कुछ एनजीओ भी जुड़े हैं। शाह ने कहा कि कुछ एनजीओ ऐसे होते हैं, जो भारत के समाज को स्वस्थ करना चाहते हैं, लेकिन कुछ एनजीओ ऐसे होते हैं, जो भारत के समाज को प्रताड़ति करना चाहते हैं। दोनों के लिए भारत सरकार की नीति एक नहीं होगी। जो एफसीआरए कानून का पालन नहीं करेगा उसपर सख्ती होगी और कोई दया नहीं दिखाई जाएगी।
श्री शाह ने कहा कि जब आपकी सरकार थी तो जो करना था आपने किया। हम देश के विरोध के लिए एक पाई भी विदेश से नहीं आने देंगे। उन्होंने कहा कि जो लोग देश के अंदर की डेमोग्राफी को बदलने के लिए विदेशी फंडिंग का इस्तेमाल करना चाहते हैं, हम ऐसा नहीं होने देंगे। उन्होंने कहा कि ड्रग्स और उसके पैसे से होने वाले आतंकवाद के वित्तपोषण पर सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति है।
अमित शाह ने आगे बोलते हुए बिना नाम लिए राहुल गांधी पर भी निशाना साधा उन्होंने कहा कि आजकल एक नेता यात्रा में हैं, सदन में नहीं है। उन्होंने कहा था गुजरात में ड्रग्स का कारोबार बढ़ गया है। शाह ने कहा गुजरात सीमा वाला राज्य है, बंदरगाह हैं तो वहां से ड्रग्स पकड़ा तो अच्छा हुआ या बुरा। ये बात उनको समझ में नहीं आ रही। हम ऐसे बयानों से हतोउत्साहित नहीं होंगे और ज्यादा ड्रग्स पकड़ेंगे और खत्म करेंगे। उन्होंने आव्हान किया कि इस मुद्दे पर राजनीति ना करें और मिलकर काम करें।
जब अमित भाई बोले तो बीच में नहीं बोलने का pic.twitter.com/0OcgF8WYH0
— Tajinder Pal Singh Bagga (@TajinderBagga) December 21, 2022