नई दिल्ली। संसद में मणिपुर हिंसा और दिल्ली अध्यादेश मामले में आज भी हंगामा जारी है। विपक्ष मणिपुर हिंसा पर पीएम मोदी का संसद में बयान देने पर अड़ा है। इस बीच आज विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे और राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ के बीच नोकझोक देखने को मिली।
पीएम का बचाव करने का आरोप
मल्लिकार्जुन खरगे ने आज राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ पर पीएम का बचाव करने का आरोप लगाया। खरगे के बयान पर धनखड़ ने गहरी नाराजगी जताई। सभापति ने कहा कि उन्हें पीएम का बचाव करने की जरूरत नहीं है। धनखड़ ने कहा कि मुझे केवल संविधान, आपके अधिकारों की रक्षा करने की जरूरत है।
वहीं, खरगे ने आगे कहा कि वे जब राज्यसभा के सभापति से बुधवार मिले तो धनखड़ गुस्से में थे। इसपर धनखड़ ने हसते हुए जवाब दिया। धनखड़ ने कहा,
मैं 45 साल से अधिक समय से शादीशुदा आदमी हूं। यकीन मानिए सर, मैं कभी गुस्सा नहीं होता। श्रीमान चिदम्बरम, एक बहुत ही प्रतिष्ठित वरिष्ठ वकील हैं, वे जानते होंगे कि वरिष्ठ वकील होने के नाते हमें कम से कम प्राधिकारी के सामने गुस्सा दिखाने का कोई अधिकार नहीं है। आप भी एक प्राधिकारी हैं। मैं कभी क्रोधित नहीं होता, कृपया इस बात का ध्यान रखें।
खरगे बोले- आपको गुस्सा आता है, लेकिन दिखाते नहीं
मल्लिकार्जुन खरगे ने आगे जवाब देते हुए कहा कि संभवतः आप अपना गुस्सा नहीं दिखाते, लेकिन आपको गुस्सा आता है। इस पर सभापति ने हंसते हुए अपनी पत्नी का जिक्र किया और कहा कि वह इस सदन की सदस्य नहीं हैं, नहीं तो मैं उसपर भी चर्चा करता।