सूरजपुर। सूरजपुर के बिहारपुर इलाके में एक बार फिर से बाघ की आमद से ग्रामीण दहशतजदा हैं. खतरे को भांपते हुए वन विभाग सतत् निगरानी करते हुए ग्रामीणों को जंगल की ओर नहीं जाने के लिए कहा है.
बता दें कि सूरजपुर का यह वहीं इलाका है, जहां 8 महीने पहले एक बाघिन के हमले से 3 ग्रामीणों की मौत हो गईं थी. घटना के बाद वन
विभाग ने काफी मशक्कत कर बाघिन का रेस्क्यू कर उसे सकुशल रायपुर के जंगल सफारी में छोड़ा था. अब एक बार फिर से बिहारपुर इलाके में बाघ जैसे जानवर के पैरों के निशान मिलने से यहां के रहने वाले ग्रामीणों के बीच भय का माहौल है. लोग डर के साये में घर से बाहर निकलने से कतरा रहे हैं.
इस पर सूरजपुर के डीएफओ पंकज कमल का कहना है कि गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान का सीमावर्ती होने की वजह से इन क्षेत्रों में बाघ विचरण करते हुए पहुंच जाते हैं. बहरहाल, वन विभाग जंगलों में मिले पैरों के निशान की जांच कर सतत निगरानी कर रहा है, और ग्रामीणों को भी जंगल के तरफ नहीं जाने को कहा गया है.