इंफाल। हिंसा की आग में महीनों से जल रहे पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर के तेंगनोउपल जिले के सीमावर्ती शहर मोरेह में सुरक्षा बलों और कुकी उग्रवादियों के बीच मुठभेड़ की खबर है. रिपोर्ट के मुताबिक, उग्रवादियों ने एक मणिपुर कमांडो की गोली मारकर हत्या कर दी है. पुलिस ने बताया कि उग्रवादियों ने एसबीआई मोरेह के पास सुरक्षा बलों की एक चौकी पर बम फेंके और गोलीबारी की, जिसके बाद सुरक्षा बलों ने जवाबी कार्रवाई की.
पुलिस ने बताया कि एक पुलिस अधिकारी की हत्या के मामले में सीमावर्ती शहर में राज्य बलों द्वारा दो संदिग्धों को गिरफ्तार किए जाने के 48 घंटे बाद संदिग्ध कुकी उग्रवादियों ने सुरक्षा बलों की चौकी पर गोलीबारी की है. इससे पहले, मणिपुर सरकार ने तेंगनोउपल में ‘शांति भंग होने, सार्वजनिक सद्भाव बिगड़ने और मानव जीवन एवं संपत्ति को गंभीर खतरे की आशंका’ संबंधी जानकारी मिलने के बाद 16 जनवरी को देर रात 12 बजे से पूर्ण कर्फ्यू लगा दिया था.
पुलिस ने एसडीपीओ सी आनंद की पिछले साल अक्टूबर में की गई हत्या मामले के दो मुख्य संदिग्धों फिलिप खोंगसाई और हेमोखोलाल माते को गिरफ्तार किया था. दोनों ने सुरक्षाकर्मियों के वाहनों पर गोलीबारी की थी जिसके बाद पुलिस ने उनका पीछा किया और उन्हें पकड़ लिया था. दोनों को मोरेह के न्यायिक मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया, जहां से उन्हें नौ दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया था.
अधिकारियों ने बताया कि दोनों संदिग्धों को ‘‘बिना शर्त रिहा किए जाने’’ की मांग को लेकर बड़ी संख्या में महिलाओं ने मोरेह पुलिस थाने के सामने विरोध प्रदर्शन किया था. कुकी इनपी तेंगनोउपल (केआईटी), चुराचांदपुर जिले के इंडिजिनस ट्राइबल लीडर्स फोरम (आईटीएलएफ) और कांगपोकपी जिले के कमेटी ऑन ट्राइबल यूनिटी (सीओटीयू) ने दोनों की गिरफ्तारी की निंदा की है.