व्लादिमीर पुतिन का बड़ा ऐलान: यूक्रेन से बातचीत के लिए तैयार, भारत का नाम लेकर कही बड़ी बात

Vladimir Putin On Russia-Ukraine War: पीएम नरेन्द्र मोदी (Pm Narendra Modi) के यूक्रेन दौरे के 12 दिन के अंदर रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने बड़ा ऐलान किया है। व्लादिमीर पुतिन यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमीर जेलेंस्की (Volodymyr Zelenskyy) से शांति वार्ता के लिए राजी हो गए हैं। पुतिन ने कहा है कि बातचीत के लिए भारत (India), चीन (China) या ब्राजील (Brazil) दोनों देशों के बीच मध्यस्थता कर सकते हैं।

बता दें कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का यह बयान ऐसे समय पर आया है, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में युद्धग्रस्त यूक्रेन और इससे पहले रूस का दौरा किया था। पीएम मोदी की ये दोनों यात्राएं काफी महत्वपूर्ण थीं और उन्होंने कहा था कि यह समय युद्ध का नहीं बल्कि शांति का है।

 

रूस दौरे के दौरान व्लादिमीर पुतिन के गले मिलते और बात करते हुए पीएम मोदी।

रूस के शहर व्लादिवोस्तोक में ईस्टर्न इकोनॉमिक फोरम (EEZ) में बातचीत के दौरान पुतिन ने कहा कि 2022 में जब जंग शुरू हुई थी, तब तुर्किये ने दोनों देशों के बीच समझौता कराने की कोशिश की थी। हालांकि, उन शर्तों को कभी लागू नहीं किया गया था। अब नए सिरे से बातचीत शुरू करने के लिए पिछली कोशिश को आधार बनाया जा सकता है।

न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने जहां यूक्रेन के साथ बातचीत शुरू करने की इच्छा दिखाई तो वहीं यूक्रेन पर निशाना भी साधा। पुतिन ने कहा, ‘पश्चिमी रूस के कुर्स्क (Kursk) में यूक्रेनी सेना की घुसपैठ का उद्देश्य डोनबास (Donbas) में रूसी बढ़त को धीमी करने के लिए था लेकिन वो सफल नहीं हो सके। यूक्रेन इसलिए सफल नहीं हो सका क्योंकि इस कदम की बदौलत उसने कई अन्य मोर्चों पर अपनी सेना को कमजोर करने का काम किया। पुतिन ने ईस्टर्न इकॉनोमिक फोरम में कहा कि हालांकि, हमारा प्रमुख उद्देश्य यूक्रेन के डोनबास क्षेत्र को कब्जे में लेना है। रूसी सेना धीरे-धीरे कुर्स्क से यूक्रेनी सेना को पीछे खदेड़ रही है।

यूक्रेन दौरे के दौरान वोलोदिमीर जेलेंस्की से गले मिलते और बातचीत करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी।

जेलेंस्की ने कहा था- भारत में करवा सकते हैं पीस समिट
पुतिन का यह बयान तब आया है जब PM मोदी करीब 2 महीने पहले 8 जुलाई को रूस के दौरे पर गए थे। यहां उन्होंने पुतिन से जंग रोकने पर चर्चा की थी। इसके कुछ समय बाद PM मोदी 23 अगस्त को यूक्रेन का भी दौरा किया था। इस दौरान यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने भारत में दूसरा पीस समिट करवाने की इच्छा जाहिर की थी। वहीं जेलेंस्की के साथ बैठक में PM मोदी ने कहा था, ‘भारत हमेशा से शांति के पक्ष में रहा है। मैं कुछ दिन पहले रूस के राष्ट्रपति पुतिन से मिला था। तब मैंने मीडिया के सामने उनकी आंख से आंख मिलाकर कहा था कि यह युद्ध का समय नहीं है।’

भारत लगातार शांति की अपील कर रहा

भारत लगातार रूस और यूक्रेन युद्ध को रोककर शांति की अपील कर रहा है। भारत लगातार इस मामले को जल्द से जल्द शांत करवाने का पक्षधर है। उन्होंने यूक्रेन दौरे पर जेलेंस्की को ऑफर भी दिया था कि शांति की कोशिश में भारत सक्रिय भूमिका निभाने को तैयार हैं। उन्होंने जेलेंस्की से कहा कि मैं आपको विश्वास दिलाना चाहता हूं कि शांति के हर प्रयास में भारत अपनी सक्रिय भूमिका निभाने को तैयार है।

कब से जारी है युद्ध?

फरवरी 2022 से रूस-यूक्रेन में युद्ध जारी है. इस युद्ध की वजह से दोनों को ही भारी जानमाल का नुकसान हुआ है। हाल ही में रूस ने यूक्रेन पर दो मिसाइलें दागीं जिसमें कई लोगों की मौत हुई थी। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमीर जेलेंस्की ने भी इस हमले की पुष्टि की थी।

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