PM Narendra Modi On Waqf Amendment Bill: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में बीजेपी (BJP) नेतृत्व वाली महायुति ने प्रचंड जीत हासिल की है। साथ ही यूपी-असम समेत बिहार उपचुनावों में भी बीजेपी ने धमाकेदार सफलता हासिल की है। महाराष्ट्र विजय और उपचुनावों में सफलता से उत्साहित पीएम नरेन्द्र मोदी ने वक्फ संशोधन बिल पर हुंकार भरी है। महाराष्ट्र में बीजेपी को मिली प्रचंड जीत के बाद अपने विक्ट्री भाषण में पीएम मोदी ने वक्फ बिल (Waqf Bill) और वक्फ बोर्ड (Waqf Board) को लेकर कुछ ऐसा कह दिया कि हड़कंप मच गया है। इससे राजनीति पंडित ये अंदाजा लगा रहे हैं कि हरियाणा के बाद महाराष्ट्र चुनाव में मिली जीत ने बीजेपी में नई जान फूंकी है। इससे आने वाले दिनों में वक्फ बोर्ड की उल्टी गिनती शुरू होगी।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में बीजेपी नेतृत्व वाली एनडीए गठबंधन की बंपर जीत के बाद दिल्ली स्थित बीजेपी के राष्ट्रीय मुख्यालय में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि बाबासाहेब के संविधान में वक्फ कानून का कोई स्थान ही नहीं है। कांग्रेस ने तुष्टिकरण का जो बीज बोया, वो संविधान निर्माताओं के साथ विश्वासघात है और ये विश्वासघात मैं बहुत जिम्मेवारी के साथ बोल रहा। अब ये खेल नहीं होगा।
पीएम मोदी ने कांग्रेस पर तुष्टिकरण की राजनीति करने और वोट बैंक के लिए संविधान के साथ खिलवाड़ करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने 2014 में सत्ता से जाते-जाते दिल्ली और उसके आसपास की कई संपत्तियां वक्फ बोर्ड को सौंप दीं। उन्होंने इसे बाबा साहेब अंबेडकर और संविधान निर्माताओं के साथ विश्वासघात बताया। पीएम ने कहा कि कांग्रेस ने “झूठे सेक्युलरिज्म” के नाम पर देश की पंथनिरपेक्ष परंपरा को नुकसान पहुंचाया है।
पीएम मोदी ने कहा कि दिल्ली के लोग तो चौंक जाएंगे। हालात ये थी कि 2014 में इन लोगों ने सरकार से जाते जाते दिल्ली के आसपास की अनेकों संपत्तियां वक्फ बोर्ड को सौंपी दी थी। सच्ची पंथनिरपेक्षता को कांग्रेस ने मृत्यु दंड देने की कोशिश की. सत्ता की लालच में कांग्रेस ने सामाजिक न्याय की भावना को चूर चूर कर दिया। कांग्रेस पार्टी की प्राथमिकता आज सिर्फ और सिर्फ परिवार है।
संविधान में वक्फ कानून का कोई स्थान ही नहीं
कांग्रेस ने तुष्टिकरण का जो बीज बोया, वो संविधान निर्माताओं के साथ विश्वासघात है और ये विश्वासघात मैं बहुत जिम्मेवारी के साथ बोल रहा। दशकों तक कांग्रेस ने देश में यही खेल खेला. तुष्टिकरण के लिए कानून बनाए। इसका एक उदाहरण वक्फ बोर्ड है। बाबासाहेब के संविधान में वक्फ कानून का कोई स्थान ही नहीं है लेकिन कांग्रेस ने सत्ता के लालच में ऐसी व्यवस्था बनाई, ताकि उसका वोट बैंक बढ़ सके।
तो क्या वक्फ बोर्ड की उल्टी गिनती शुरू?
पीएम मोदी के इस बयान से यह साफ जाहिर है कि वक्फ बोर्ड की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। 2024 के अंत से पहले यह नहीं बचेगी। दरअसल, 25 नवंबर से संसद का शीतकालीन सत्र शुरू हो रहा है। सबकी नजरें वक्फ बिल पर होंगी। इस विशेष सत्र में पांच नए विधेयक पारित होंगे। वक्फ बिल पर सबकी नजरें टिकी हैं. वक्फ विधेयक पर संसद की संयुक्त समिति की ओर से विचार और समीक्षा चल रही है। जेपीसी की बैठक में इस पर काफी हंगामा हो चुका है। सरकार इस सत्र में इस बिल को पास कराना चाहेगी।