सुमी में फंसे भारतीयों को निकालने का सिलसिला आखिरकार शुरू हो गया है. ताजा जानकारी के मुताबिक, यूक्रेन के सुमी से मेडिकल छात्रों को निकाला जा रहा है. उनके साथ रेड क्रॉस और भारतीय दूतावास के आधिकारिक लोग हैं. सुमी में करीब 700 भारतीय छात्र फंसे हैं, जिनको रूस की गोलीबारी की वजह से अबतक नहीं निकाला जा सका है. जानकारी के मुताबिक, रूस आज ही सीजफायर का ऐलान करते हुए मानवीय गलियारे (Humanitarian Corridor) बनाने के लिए राजी हुआ था. इसमें यूक्रेन के सुमी से यूक्रेन के Poltava और रूस के Belgorod के लिए रास्ते बनाने पर भी बात हुई थी.
सुमी में फंसे भारतीयों को निकालने का सिलसिला आखिरकार शुरू हो गया है. ताजा जानकारी के मुताबिक, यूक्रेन के सुमी से मेडिकल छात्रों को निकाला जा रहा है. उनके साथ रेड क्रॉस और भारतीय दूतावास के आधिकारिक लोग हैं. सुमी में करीब 700 भारतीय छात्र फंसे हैं, जिनको रूस की गोलीबारी की वजह से अबतक नहीं निकाला जा सका है. जानकारी के मुताबिक, रूस आज ही सीजफायर का ऐलान करते हुए मानवीय गलियारे (Humanitarian Corridor) बनाने के लिए राजी हुआ था. इसमें यूक्रेन के सुमी से यूक्रेन के Poltava और रूस के Belgorod के लिए रास्ते बनाने पर भी बात हुई थी.
इससे पहले रूस और बेलारूस की तरफ खुलने वाले humanitarian corridor के लिए यूक्रेन राजी नहीं हुआ था. इसके बाद रूस ने हवाई हमले शुरू कर दिए थे, इसकी वजह से सोमवार को भारतीय लोग नहीं निकल सके थे. यहां तक कि भारतीयों ने निकलने की पूरी तैयारी कर ली थी, बैग भी तैयार कर लिए गए थे. लेकिन आखिरी मौके पर बमबारी शुरू हो गई थी.
As promised by the #Ukrainian side, the green corridor in #Sumy has opened.
The first batch of citizens has already been evacuated. pic.twitter.com/zj5LmkV9xw
— NEXTA (@nexta_tv) March 8, 2022